अर्पित सिंह
गोंडा:शुक्रवार को सदर तहसीलदार सत्यपाल सिंह समेत पांच अन्य अधिकारियों को जनता की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतना भारी पड़ गया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा के सामने जनता दर्शन के दौरान प्रकरण सामने आने पर डीएम ने सभी के खिलाफ कार्यवाही करने का आदेश जारी कर दिए दिया।जिसमे सदर तहसीलदार से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा गया है। वही 16 जनवरी तक प्रकरण का निस्तारण सुनिश्चित कर आख्या प्रस्तुत करने के लिए आदेश दिया है । जिलाधिकारी ने अन्य के खिलाफ मध्यावधि विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने का निर्देश दिया है। डीएम कहा कि जनशिकायतों का त्वरित निस्तारण प्रशासन की प्राथमिकता है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जनता दर्शन में मिली शिकायत
गोंडा तहसील क्षेत्र के खिरौरा मोहन के मजरे चिलबिला खत्तीपुर के रहने वाले पं. राम किशुन मिश्र ने बीते 18 अक्टूबर को जनता दर्शन में जिलाधिकारी नेहा शर्मा को सार्वजनिक उपयोग की भूमि पर अतिक्रमण का मामला दर्ज कराया था । शिकायतकर्ता ने बताया कि इस संबंध में कई बार प्रार्थना पत्र दिया गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई।मामले डीएम ने उपजिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी सदर को इस संबंध में कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया।
समिति बनाने के बाद भी मामला जस का तस
पूरे प्रकरण में तहसीलदार सदर ने 25 नवम्बर को नायब तहसीलदार नेहा राजवंशी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय टीम का गठन कर कार्यवाही के उपरांत रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए कहा।मामले में 10 जनवरी को शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी के जनता दर्शन में उपस्थित होकर कोई कार्यवाही न होने की जानकारी दी। शिकायतकर्ता पं. राम किशुन मिश्र ने बताया कि इसी कई संबंध में उपजिलाधिकारी एवं तहसीलदार से कई बार सम्पर्क किया, लेकिन अधिकारियों ने समस्या के समाधान में रुचि नहीं ली। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने जनशिकायत के निस्तारण में लापरवाही करने के कारण सदर तहसीलदार सत्यपाल सिंह, नायब तहसीलदार विरवा नेहा राजवंशी, क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षक रामानुज, लेखपाल अक्षय कुमार पाण्डेय और क्षेत्रीय लेखपाल नृपेन्द्र त्रिपाठी के खिलाफ कार्यवाही के लिए आदेश जारी किया है।
तहसीलदार को मिला आदेश
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने सदर तहसीलदार सत्यपाल सिंह को पुलिस फोर्स के साथ मौके पर जाकर चकमार्ग को अतिक्रमणमुक्त करते हुए 16 जनवरी तक रिपोर्ट उपलब्ध कराने का आदेश दिया है । सदर तहसीलदार से समस्या का निस्तारण न कर पाने के कारण तीन दिन में स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। वहीं, नायब तहसीलदार विरवा नेहा राजवंशी, क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षक रामानुज, लेखपाल अक्षय कुमार पाण्डेय और क्षेत्रीय लेखपाल नृपेन्द्र त्रिपाठी की औपचारिक दंड दिया गया है।
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