अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के एमएलके पीजी कॉलेज मे बीएड विभाग के प्रोफेसर श्री प्रकाश मिश्र के नाम एक डिजाइन पेटेंट हुआ है।
28 जनवरी को श्री प्रकाश मिश्रा द्वारा तैयार किए गए प्रोजेक्टर आधारित पेटेंट का पंजीकरण कंट्रोलर जनरल ऑफ़ पेटेंट्स डिजाइन एंड ट्रेडमार्क भारत सरकार द्वारा पंजीकरण श्रेणी 16-02 में किया गया है । इस डिजाइन के पेटेंट में केरल से डॉ निशि दास, तमिलनाडु से डॉ कन्नन, उत्तराखंड से ध्रुव कुमार और वर्षा तिवारी, बदायूं से डॉ शिवराज कुमार तथा स्वामी सुखदेवानंद कॉलेज, शाहजहांपुर से प्राचार्य प्रो राजेश कुमार आजाद तथा जंतु विज्ञान की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ निधि त्रिपाठी शामिल है। प्रोफेसर श्री प्रकाश मिश्र ने बताया की स्मार्ट एजुकेशन प्रोजेक्टर एक टेक्नोलॉजी है जो शिक्षा में नई तकनीकी एप्रोच का उपयोग करती है। इसके द्वारा विद्यार्थियों को विषय वस्तु को समझने में सहायता मिलेगी। विद्यार्थियों को बेहतरीन शिक्षा प्रदान करने तथा कक्षा को अति रुचकर ,सरल, सहज और बोधगम्य बनाने में यह डिजाइन मदद करेगा । यह स्मार्ट प्रोजेक्टर अंतर क्रिया तकनीक के माध्यम से विद्यार्थियों में अधिगम को प्रोत्साहित करेगा। प्रो श्री प्रकाश मिश्रा की इस उपलब्धि पर प्राचार्य, प्रो जे पी पांडे ने इस महाविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में रेखांकित किया। प्रबंध समिति सचिव लेफ्टिनेंट कर्नल आर के मोहंत ( रिटा), संयुक्त सचिव श्री बी के सिंह, मुख्य नियंता प्रो पी के सिंह, समन्वयक प्रो तबस्सुम फरकी, प्रो राघवेंद्र सिंह, प्रो एम अंसारी ,प्रो रेखा विश्वकर्मा, प्रो वीणा सिंह, प्रो पीसी गिरी डॉ विमल प्रकाश वर्मा, डॉ दिनेश मौर्य ,डॉ राम रहीस ,डॉ सद्गुरु प्रकाश, डॉ आलोक शुक्ला, डॉ राजीव रंजन, डॉ अशोक कुमार, डॉ सुदेश भट्ट, डॉ जितेंद्र डॉ ऋषि रंजन सहित विभिन्न प्राध्यापकों ने हर्ष व्यक्त किया तथा प्रोफेसर मिश्रा को बधाई दी। इस पेटेंट के संदर्भ में बात करने पर प्रो श्री प्रकाश मिश्र ने बताया कि स्मार्ट प्रोजेक्टर से छात्रों को तथ्यों का, अधिकतम प्रत्यक्षीकरण कर सकेंगे तथा साथ ही शिक्षक और छात्र ज्ञान साझा करने में पारस्परिक सहयोग कर सकेंगे। तकनीक विकास के क्रम में वर्तमान प्रोजेक्टर से उच्च स्तर का स्मार्ट प्रोजेक्टर विकसित करने हेतु यह पेटेंट लिया गया है।
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