अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के समाजसेवी, चिकित्सक तथा मिशन मेडिकेयर अस्पताल एवं फरियादी फाउंडेशन के संस्थापक डॉक्टर अख्तर रसूल खान व उनके छोटे-छोटे मासूम दो बच्चे रात के अंधेरे में हांड़ कंपाने वाली शर्द भरी रातों में बेसहारा व गरीब की तलाश करने के लिए सड़कों पर निकल जाते हैं । रोज की तरह शुक्रवार की रात में भी डॉक्टर अख्तर रसूल तथा उनके दो नन्हे मासूम बच्चे 14 वर्षीय लकी तथा 9 वर्षीय से अली पठान ठंड से कांप रहे गरीबों को कंबल उढाकर ठंड से निजात दिलाने का प्रयास किया ।
मिशन मेडिकेयर हॉस्पिटल तथा फरियाद फाउंडेशन के संस्थापक चिकित्सा समाजसेवी डॉक्टर अख्तर रसूल खान ने 5 जनवरी को बताया कि कई रातों से लगातार बेसहारा और जरूरतमंदों को कंबल उढाने का कार्य अपने मासूम बच्चों के साथ कर रहे हैं । उन्होंने बताया कि बेसहारा असहाय लोगों को रातों-रात कई रातों से कंबल ओढ़ने का कार्य करते आ रहे हैं । इस पुनीत कार्य को करके आत्मीय संतुष्टि प्राप्त होती है । जब लोग अपने रजाइयों से निकलने नहीं चाहते तब बच्चे अपने पिता को कहते हैं कि पाप चलिए लोग ठंड से ठिठुर रहे होंगे, लकी और अली पठान के जज्बे को हम सलाम करते हैं जो अपने पिता के साथ लगातार साथ निभाते हैं । उनके कार्यों की सहाराहना नगर मे चारों तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है । बच्चों के जज्बे को देखकर लोगों को काफी प्रेरणा भी मिल रही है । डॉक्टर अख्तर रसूल का कहना है कि जहां भी आप गरीब देखें जरूरतमंद देखें उनकी मदद जरूर करें । उन्होंने कहा कि अगर ईश्वर ने आपको इस लायक बनाया है तो अपने दायित्व का निर्वहन करके उसके लिए ईश्वर का शुक्रगुजार होना चाहिए । कहा गया है कि नर सेवा नारायण सेवा, बेसहारा गरीब लोगों की सेवा से बड़ा कोई भी दूसरा पुण्य का कार्य नहीं हो सकता ।
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