अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के तराई बेल्ट में आतंक का पर्याय बन चुके तेंदुओं को पकड़ने का प्रयास वन विभाग द्वारा लगातार जारी है । शनिवार की भोर सुबह में एक और तेंदुआ वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में फस गया । इसी के साथ अब तक अभियान में पकड़े गए तेंदुए की संख्या तीन हो गई है ।
13 जनवरी की भोर सुबह एक तेंदुआ बरहवा रेंज के धर्मपुर गांव के पास लगाए गए पिंजरे में फस गया, जिसे वन विभाग की टीम ने अपने कब्जे में ले लिया है । जिला वन अधिकारी सिमरन मुथुरा मेलिंगम ने बताया कि तराई क्षेत्र के बरहवा रेंज व भगवानपुर रेंज में पिछले दो महीनो में कई मासूम की जान लेने वाले तेंदुआ को पकड़ने के लिए कई टीम में लगाई गई हैं । कई गांव के आसपास दर्जनों पिंजरे लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से तेंदुआ को पकड़ने का कार्य लगातार जारी है । उन्होंने बताया अब तक तीन तेंदुआ को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई है, जिसमें दो मादा तथा एक नर तेंदुआ शामिल है । पहले दिन 3 जनवरी को लाल नगर के पास खेत में देखे गए मादा तेंदुआ को चिकित्सक द्वारा ट्रेंकुलाइज कर जाल में फंसा कर पिंजरे में कैद किया गया था । वन विभाग की टीम ने 6 जनवरी को बरहवा रेंज में ही बेलवा गांव के पास लगाए गए पिंजरे में नरभक्षी मादा तेंदुआ को पकड़ने में सफलता हासिल की, और 13 जनवरी की और सुबह धर्मपुर गांव के बाहर लगाए गए पिंजरे में एक नरभक्षी तेंदुआ फस गया, जिसे कब्जे में लेकर मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है । उन्होंने बताया कि इसके लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों सहित चिड़ियाघरों की टीमें लगाई गई हैं । अभियान को आगे जारी रखने के सवाल उन्होंने कहा कि अभी मॉनिटरिंग की जा रही है ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ