वन विभाग आपसी संघर्ष बता रहा मौत का कारण
मौत से तीन दिन पूर्व मिला था घायल शावक
फ़राज़ अन्सारी
बहराइच निशानगाड़ा रेंज से सटे गांव में एक ग्रामीण के खेत में तीन दिन पूर्व एक तेंदुए का शावक घायल अवस्था में मिला था। उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। डॉक्टरों के पैनल के पोस्टमार्टम के बाद शव को रेंज कार्यालय में दफना दिया गया है।
कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के निशानगाड़ा वन रेंज अंतर्गत ग्राम रमपुरवा जंगल से सटा हुआ है। तीन दिन पूर्व गांव निवासी एक ग्रामीण के खेत में लगभग 4 माह की मादा तेंदुआ घायल अवस्था में पड़ा देखा गया। जिसकी जानकारी वन कर्मियों को दी गई। मौके पर पहुंचे वन कर्मी घायल शावक को रेंज कार्यालय ले गए। जहां तेंदुए के शावक का इलाज किया जा रहा था। लेकिन गुरुवार को उसकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। डीएफओ बी शिवकुमार ने बताया कि शावक का पोस्टमार्टम होने के बाद उसे रेंज कार्यालय में दफना दिया गया है। जबकि बिसरा रिपोर्ट भारतीय चिकित्सा संस्थान बरेली जांच को भेजा गया है। उन्होंने बताया कि मादा शावक को बेहतर इलाज के लिए प्राणि उद्यान केंद्र भेजने के लिए भी बात की गई थी, लेकिन वहां जगह न होने के चलते यहीं इलाज हुआ। डीएफओ ने बताया कि तेंदुआ आपसी संघर्ष में घायल हुआ था। किसी बड़े तेंदुआ ने हमला किया था।
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