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पत्नी को फांसी के फंदे पर झूलता देख, पति ने भी फांसी लगाकर की आत्महत्या



गांव में छाया सन्नाटा,पुलिस ने दोनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा

कमलेश

खमरिया खीरी:ईसानगर थाना क्षेत्र के नवरंगपुर गांव में एक सनसनी खेज घटना सामने आई जहां बीती रात पति-पत्नी में हुए विवाद के बाद पत्नी ने घर मे ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली जिसकी जानकारी गुरुवार को अलसुबह विस्तर पर सो रहे पति की आंख खुलने पर जब उसे हुई तो उसके पैरो तले जमीन खिसक गई। पत्नी को फांसी के फंदे पर झूलता हुआ देख डरे सहमे पति ने भी घर से पानी व रस्सी लेकर खेतों की तरफ निकल कर गांव के बाहर एक खेत मे लगे आम के पेड़ में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली,जिसकी जानकारी होते ही परिवार समेत गांव में अफ़रातफ़री मच गई। वही सूचना पाकर मौके पर पहुची पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।

गुरुवार को ईसानगर थाना क्षेत्र के नौरंगपुर गांव निवासी बनवारी लाल की 26 वर्षीय बहू अर्चना का शव घर झोपड़ी में फांसी के फंदे पर झूलता हुआ मिला वही 28 वर्षीय पुत्र बहादुर का शव गांव के बाहर त्रिमोहन के खेत मे लगे आम के पेंड पर फंदे से झूलता हुआ मिला,जिसको देख परिवार समेत गांव में अफ़रातफ़री मच गई। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुची पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। इस बाबत थानाध्यक्ष पंकज त्रिपाठी ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुचकर दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा लिखवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। प्राथमिक जांच में पति-पत्नी के बीच आपसी कहासुनी के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या करने की बात सामने आई है। 

ग्रामीणों में तरह तरह की फैली चर्चाएं,गांव में फैला सन्नाटा

घटना से सम्बंधि गांव में हो रही चर्चाओं की माने तो अर्चना व बहादुर के बीच किसी बात को लेकर रात में कहासुनी हुई थी,फिर दोनों अपनी झोपड़ी में ही विस्तर पर सो गए जहां पति बहादुर की बातों से आहत होकर अर्चना ने पति के नींद में आने के बाद उसी झोपड़ी में फांसी के फंदे पर झूल गई जिसकी जानकारी अलसुबह बहादुर को  नींद खुलने पर हुई तो डर कर पानी व रस्सी लेकर खेतो की तरफ जाने लगा। जिसको देख उसके परिवारीजन व ग्रामीण उसके पीछे गए पर वह गन्ने के खेतों में कही गुम हो गया। जिसकी तलाश की ही जा रही थी कि इसी बीच त्रिमोहन के खेत मे लगे आम के पेड़ पर बहादुर फांसी के फंदे पर लटकता हुआ लोगों को दिखाई दिया,जिसको देख परिवारीजनो के साथ साथ गांव में अफ़रातफ़री मच गई। वही इस बाबत जब पड़ोसियों से जानकारी की गई तो पता चला कि अलसुबह बहादुर एक रस्सी जेब मे रखते हुए घर मे किसी से पानी मांगते हुए खेतो की तरफ भाग गया था जिसके पीछे जाकर सभी उसकी तलाश कर  ही रहे थे कि वह त्रिमोहन के खेत मे लगे आम के पेड़ पर फांसी के फंदे पर झूलता हुआ मिला।

दो वर्ष पहले हुई थी शादी,पांच भाइयों में दूसरे नम्बर पर था बहादुर

बहादुर पांच भाइयों में दूसरे नम्बर पर था,जिसकी शादी करीब दो वर्ष पहले ईसानगर क्षेत्र के सधुआपुर गांव से हुई थी। यह गरीब इतने थे कि इनके घर पर सही से घास फूस भी नहीं था। किसी तरह मेहनत मजदूरी कर पति-पत्नी जीवन यापन करते थे,पड़ोसियों की माने तो पत्नी अधिकतर बीमार रहती थी,अभी इनके कोई बच्चे भी नहीं थे। जो मायके से करीब एक महीने पहले ही यहाँ आई थी। पर होनी को कुछ और ही मंजूर था कि दोनों की मौत कुछ ही घंटों के अंतराल पर हो गई।

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