गोंडा:इंडियन फार्मर फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड गोंडा के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक डॉक्टर डीके सिंह के निर्देशन में गुरुवार को ग्राम फिरोजपुर विकासखंड मनकापुर गोंडा के प्रगतिशील कृषक अतुल कुमार सिंह के के 3 फॉर्म में ड्रोन से नैनो यूरिया, नैनो डीएपी एवं सागरिका का छिड़काव गेहूं की फसल में किया गया । डॉ. रामलखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर के पर्यवेक्षण में छिड़काव किया गया । उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया का प्रयोग खड़ी फसल में नत्रजन की पूर्ति के लिए छिड़काव के रूप में किया जाता है । फास्फोरस तत्व की पूर्ति के लिए नैनो डीएपी का प्रयोग बीज शोधन में एवं खड़ी फसल में छिड़काव के रूप में किया जाता है । सागरिका दानेदार का प्रयोग खेत की तैयारी करते समय तथा सागरिका तरल का प्रयोग खड़ी फसल में छिड़काव के रूप में किया जाता है । नैनो यूरिया की चार मिलीलीटर मात्रा प्रति लीटर पानी, नैनो डीएपी की चार मिलीलीटर मात्रा प्रति लीटर पानी तथा सागरिका तरल की दो मिलीलीटर मात्रा को प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर फसल में छिड़काव किया जाता है । नैनो डीएपी से बीज शोधन करने एवं फसल पर छिड़काव करने से दानेदार डीएपी की आधी मात्रा में बचत की जा सकती है । नैनो उर्वरकों एवं सागरिका के प्रयोग से गेहूं की उपज में वृद्धि होगी तथा अंधाधुंध रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से निजात मिलेगी । दानेदार यूरिया एवं दानेदार डीएपी पर भारत सरकार द्वारा काफी अनुदान दिया जा रहा है । नैनो उर्वरकों के प्रयोग से सरकार को अनुदान देने की जरूरत नहीं होगी । देश समृद्ध होगा । मिट्टी के स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा । ड्रोन का संचालन ड्रोन डेस्टिनेशन कंपनी दिल्ली के शगुन कुमार ड्रोन पायलट द्वारा किया गया । इस अवसर पर अभय सिंह वरिष्ठ विक्रय अधिकारी एरीज एग्रो लिमिटेड, अखिलेश कुमार सिंह प्रगतिशील कृषक पचपुती जगतापुर, रक्षाराम पांडेय प्रक्षेत्र प्रबंधक के 3 फॉर्म, रक्षाराम यादव ड्राइवर, मेलाराम यादव प्रगतिशील कृषक आदि उपस्थित रहे ।
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