अभय शुक्ला
लालगंज,प्रतापगढ़: कहने को अपना लालगंज नेशनल हाइवे की चकाचौध का रसूख रखता है। इसी अपने लालगंज में तहसील मुख्यालय का ही नही बल्कि आउट लाइन कोर्ट का भी मुख्यालय का रूतबा है। इसी लालगंज के नेशनल हाइवे से अफसर तथा मंत्री भी गुजरा करते है। इसके बावजूद वीआईपी नगर लालगंज का चौक डग्गामारी से त्रस्त है। चौक पर डग्गामारी के साथ नेशनल हाइवे की पटरियों तक पर अतिक्रमण की पीड़ा लोगों को ठीक उसी तरह मुंह चिढ़ा रही है जैसे एक तो करैला दूसरे नीम चढ़ा । रोडवेज बस भी चौक पर इस अतिक्रमण को और वीभत्स बनाये हुए है। खाकी की माहवारी की गुण्डागर्दी भी इस समय लालगंज चौक की निराली शान हुआ करती है। ई रिक्शा तथा तिपहिया वाहन चौक पर सवारी के मोह में लोगों के लिए मुसीबत का दर्द दिये हुए हैं । कहने को चौक पर पुलिस की पिकेट हुआ करती है। किन्तु उसकी पोजीशन गांधी जी के तीन बंदरों से ज्यादा कुछ भी नही नजर आती है। पुलिस सर्किल का लालगंज हेडक्वाटर भी है। सीओ स्तर के अधिकारी भी पैदल गस्त की रोज मीडिया को पोज दिया करते है। मीडिया में सुर्खी बटोरने के लिए निर्दोष और बेगुनाह सब्जी लेने या फिर दवा लेने आये नगर में भोले भाले बाइक सवार जाम के साथ जुर्माने का भी दर्द सहा करते है। लालगंज में तहसील के लेकर ट्रामा संेटर तक का अतिक्रमण पढ़ने वाले स्कूली बच्चों , कचहरी के लिए निकले वादकारिओं, वकीलों तथा सुबह शाम जरूरत के लिए नेशनल हाइवे पर निकलने वाले मासूम लोग इस अतिक्रमण को लेकर घण्टो एक ही जगह टस से मस तक नही हो पाते। समाधान दिवस हो या थाना समाधान दिवस व्यापार मण्डल , अधिवक्ता संघ जैसे संगठन कई बार समस्या के समाधान के लिए अफसरों को ज्ञापन पर ज्ञापन देते आ रहे है। न तो अफसरों के कान में जू रेंग रही है और न ही खाकी की बेशर्मी पर मामूली छीटा तक पड़ रहा है। उद्योग ़व्यापार मंडल के अध्यक्ष उदय शंकर दुबे, संयुक्त अधिवक्ता संघ के महामंत्री धीरेन्द्र शुक्ला, प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष संतोष मिश्र, पूर्वसभासद पप्पू जायसवाल, आचार्य राजेश मिश्र, वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश तिवारी, पूर्व बीडीसी गीता सिंह आदि का कहना है कि बाजार में अतिक्रमण तथा डग्गामारी से लोगों का रहन सहन प्रभावित है। इन लोगों ने प्रशासन को दो टूक कहा भी है कि समस्या जल्द न सुलझायी गयी तो चौक पर धरना प्रदर्शन भी शुरू होगा।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ