कृष्ण मोहन
गोंडा जनपद के 13 मेडिकल स्टोरों के खिलाफ चाबुक चलाते हुए औषधि निरीक्षक ने आधा दर्जन मेडिकल स्टोरों के लाइसेंस को निलंबित कर दिया है। जिससे मेडिकल स्टोर संचालकों में हड़कंप मच गया है।
बता दें कि डीएम नेहा शर्मा के निर्देशन में जिले की औषधि निरीक्षक रजिया बानो ने बीते माह नवंबर में जिले भर के कई मेडिकल स्टरों का निरीक्षण किया। इस दौरान औषधि निरीक्षक ने मेडिकल स्टोरों का लाइसेंस, दवाओं का रखरखाव, बिक्री से संबंधित वाउचर एवं मेडिकल स्टोर पर फार्मासिस्ट के उपस्थित को भी जाना परखा।
उन्होंने बताया है कि प्रवर्तन कार्यवाही के दौरान 14 प्रतिष्ठानों पर औचक निरीक्षण किया गया तथा दो दुकानों में अनियमित एवं फार्मासिस्ट की अनुपस्थित पाए जाने पर नेशन मेडिकल स्टोर को फार्मासिस्ट सत्यापन होने तक दुकान को बंद कर दिया गया तथा 02 प्रतिष्ठान अनुराग मेडिकल स्टोर, देव फार्मा का तत्काल प्रभाव से क्रय विक्रय पर रोक लगा दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया है कि नवंबर में 14 औषधि प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया तथा 16 नमूने लिए गये, जिसमें 6 प्रतिष्ठानों में अनियमितता पाये जाने पर उनका लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया है कि माह नवम्बर में 01 नमूने फेल हुआ है जिसका वाद दायर करने की प्रक्रिया प्रचलन में है। अब तक जनपद में 26 नमूने फेल हुये हैं जिनकी विवेचना चल रही है, तथा 06 मुकदमे दायर किया जा चुके हैं। नवंबर में 01 वाद दायर किया गया है, तथा महिला अस्पताल के औषधि भण्डार का निरीक्षण कर 03 संदिग्ध नमूने संग्रहित किये गये जो जांच हेतु वाराणसी प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। बिना लाइसेंस प्रतिष्ठान पर सीजर की कार्यवाही की गई, जिसमें 01 लाख बीस हजार की औषधि जप्त की गई। 01 वेटेनरी का सैंपल लिया गया।नारकोटिक्स औषधियों के रख-रखाव एवं रोकथाम हेतु प्रतिष्ठानों का निरन्तर निरीक्षण किया गया। इसके साथ ही न्यू मौर्या मेडिकल स्टोर का निरीक्षण किया गया, जिसमें 01 संदिग्ध औषधि पाये जाने पर जांच हेतु प्रयोगशाला भेजा गया, तथा प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केन्द्रों पर निरंतर निरीक्षण किया जा रहा है। और जनपद में 13 दुकानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
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