कृष्ण मोहन
गोण्डा: कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा कि पूरे जिले में सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए कई तरह के उपाय आवश्यक हैं। सड़कों के निर्माण से जुड़े विभाग सड़कों में सुधार, संकेतक लगाने और तीव्र मोड़ों को ठीक करने का प्रयास करें। वाहन चालकों के आंखों की नियमित जांच कराएं। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य एवं परिवहन विभाग को निर्देश दिए कि मेडिकल कैंप लगाकर वाहन चालकों का नियमित नेत्र व स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। वाहन चालकों को जागरूक किया जाए कि छोटी सी लापरवाही से किसी की जान जा सकती है। परिवहन अधिकारी बसों के फिटनेस और प्रदूषण की नियमित जांच करें। जिन वाहन चालकों द्वारा लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर दुर्घटना को अंजाम दिया जाता है। उनके लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई करें। स्वास्थ्य अधिकारी दुर्घटना में राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात होने वाले पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य विभाग के अधिकारियों को उचित प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करें। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों के निर्देश दिए कि वे? राष्ट्रीय राजमार्गों पर पर्याप्त मात्रा में साइनेज लगवायें। इस मौके पर पीटीओ ने बताया कि इस वर्ष नवंबर माह तक यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर कुल 42890 चालान किए गए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि ओवरलोडिंग एवं ओवर स्पीडिंग पर अवश्य चालान किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि शीत ऋतु में घना कोहरा होने के कारण सड़क दुर्घटना होने की संभावना अधिक रहती है। गन्ना ले जाने वाले ट्रैक्टर ट्राली और स्कूली वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगवाए जाएं। परिवहन विभाग द्वारा सभी रोडवेज चालकों को प्रशिक्षण दिलाया जाए एवं आम जनमानस को भी पेट्रोल पंप के माध्यम से जागरूक किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि शीत ऋतु में घने कोहरे के कारण सड़क दुर्घटनाओं को रोकने व आमजन को जागरूक करने के लिए 15 से 31 दिसंबर तक द्वितीय सड़क सुरक्षा पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा जिसमें आम जनमानस को यातायात के नियमों के प्रति जागरूक किया जाएगा। इस पर जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग, गृह विभाग, पीडब्ल्यूडी, चिकित्सा विभाग तथा शिक्षा विभाग को कार्य योजना बनाकर सड़क सुरक्षा पखवाड़ा आयोजित किये जाने के निर्देश दिए। बैठक में सिटी मजिस्ट्रेट एक्सईएन पीडब्ल्यूडी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला गन्ना अधिकारी व एनएचएआई के अधिकारी गण उपस्थित रहे।
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