मौके पर पहुचीं खमरिया पुलिस व फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग को किया काबू
लेखपाल ने हुए नुकसान का आंकलन कर पीड़ितों को हर सम्भव मदद का दिया अस्वासन
कमलेश
खमरिया खीरी:खमरिया क्षेत्र के खनवापुर गांव में शनिवार को दोपहर में अज्ञात कारणों से लगी आग में देखते ही देखते डेढ़ दर्जन घर जलकर राख हो गए। वही घरों में रखा लाखों रुपये का अनाज,ज्वैलरी व गृहस्थी फर्नीचर व नकदी कुछ ही देर में राख का ढेर बन गया। जिसकी सूचना पाकर मौके पर पहुची खमरिया पुलिस व फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग को काबू किया। वही आग लगने की सूचना पाकर गांव में पहुची हल्का लेखपाल ने पीड़ितों का हुए नुकसान का आंकलन कर हर सम्भव मदद का अस्वासन दिया है।
खमरिया क्षेत्र के खनवापुर गांव में शनिवार को अज्ञात कारणों से लगी आग मे कमलेश, जगदीश, राजेन्द्र, अवधेश, सोबरन, सुशील, शिवकुमार, राधेश्याम, नयको, मनोहर, सतीश, गुड्डू, बुद्धू, सर्वेश, रामलखन, सुनीता व रामसागर के घर जलकर राख बन गए।जिसकी सूचना पाकर मौके पर खमरिया थाना प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार राय की अगुवाई में उपनिरीक्षक कृष्ण चंद्र तिवारी के साथ पहुची पुलिस टीम व फायर ब्रिगेड ने ग्रामीणों की सहायता से कड़ी मशक्कत के बाद आग को काबू किया,तब तक घरों में लाखों रुपये का रखा अनाज, जेवर, बर्तन, फर्नीचर कपड़े,15000 की नकदी समेत गृहस्थी की अन्य सामग्री जलकर राख का ढेर बन चुकी थी। वही घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुची हल्का लेखपाल ज़ैनब ने सभी पीड़ितों का हुए नुक़सान का आंकलन कर हर सम्भव मदद का अस्वासन दिया है। इस बाबत लेखपाल ज़ैनब ने बताया कि पीड़ितों के भोजन पानी की व्यवस्था ग्राम प्रधान व कोटेदार के सहयोग से करवाई जा रही है,जल्द ही सभी को तहसील से सरकारी मदद मुहैया करवाई जाएगी।
आग लगने के वक्त घरों में नहीं थे लोग,पहुचे तो घर बन चुके थे आग का ढ़ेर
बताया जाता है कि जिस समय गांव में आग लगी उस समय जले हुए घरों के लोग,महिलाओं व बच्चों के साथ खेतों में गए हुए थे। जिसकी जानकारी गांव के अन्य ग्रामीणों ने जाकर उन्हें दी तो सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई। आनन फानन में खेतों से भागकर पीड़ित जबतक गांव पहुचे तबतक उनके सपनों के घर जलकर राख का ढेर बन चुके थे। उन्हीं ढेरों में उनकी लाखों की जमा पूंजी धधक रही थी जिसे देखकर असमय ही सभी की आंखों में आंसू बह निकले। इस दौरान पीड़ित अवधेश,सोबरन,मनोहर आदि ने बताया कि कुदरत ने कुछ वर्ष पहले ही उनके पक्के घरों को आई बाढ़ के जरिये तबाह कर दिया था,किसी तरह से ग्राम प्रधान की मदद से यहाँ झोपड़ी बनाकर जीवन यापन शुरू किया तो आग ने उनकी वर्षों की मेहनत को राख का ढेर बनाकर पुनः खुले आसमान के नीचे गुजर बसर करने के लिए मजबूर कर दिया है।
प्रधानमंत्री आवास बनवाने के लिए रखे 70 हजार राख में तब्दील
खनवापुर में लगी आग में सबसे अधिक नुकसान जगदीश का हुआ जहां गृहस्थी के साथ प्रधान मंत्री आवास बनवाने के लिए बैंक से निकालकर लाये गए 70,000 रुपये जो उनके घर मे ही रखे थे वह भी अन्य गृहस्थी के साथ जलकर राख में तब्दील हो गए। इनके अलावा अवधेश के 15,000 रुपये भी जल गए। जिसकी जानकारी दोनों ने ग्राम प्रधान समेत लेखपाल को दी। इस बाबत ग्राम प्रधान ने बताया कि जगदीश के घर मद रखी नकदी के साथ कुछ माह बाद ही बेटी की होने वाली शादी के लिए लाई गई सामग्री भी जलकर राख हो गई।
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