अभय शुक्ला
लालगंज, प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि बीजेपी के राज में मंहगाई तथा बेरोजगारी व भ्रष्टाचार जमकर फल फूल रहा है। उन्होनें कहा कि ऐसे में जब युवा भारत का पचास प्रतिशत से अधिक नौजवान चालीस साल से अधिक की सबसे बड़ी बेरोजगारी की पीड़ा झेल रहा है तो भाजपा ऐन केन प्रकारेण जनता का ध्यान बरगलाये रखने पर अमादा है। विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर जगजाहिर है कि भाजपा की बदौलत नहीं बल्कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के क्रियान्वयन के रूप में हो रहा है। उन्होनें कहा कि मंदिर निर्माण मुददे पर भाजपा को सदैव खून खराबे की सियासत के जरिए माहौल को खराब करने के इंतजार में जुटी हुई थी। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि जब मंदिर निर्माण एक बड़े न्यायिक फैसले का हिस्सा है तो एक दल विशेष से जुड़े प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उसके उद्घाटन किये जाने की कोई नैतिकता नहीं है। उन्होेंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मंदिर निर्माण को राजनैतिक रंग देने की जगह उसके उदघाटन एवं भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के सभी विशुद्ध धार्मिक कार्यक्रमों को अवध की परम्परा की हिसाब से पुजारियों व पुरोहितों को पूर्ण कराने का स्वतंत्र अवसर प्रदान करें। राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने इस बात पर जोर दिया कि मंदिर उदघाटन कार्यक्रम को विकल्प स्वरूप राष्ट्रपति से भी कराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा पहले गुजरात में तत्कालीन राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद ने राष्ट्रीय सर्वानुमति के तहत किया भी है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि भाजपा इतिहास को तोड मरोड़ रही है और इसके लिए वह सत्तालिप्सा से भी बाहर नही आ पा रही है। सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि बीजेपी देश में नफरत का माहौल बनाने पर अड़ी हुई है। ऐसे में उन्होनें कहा कि राहुल गांधी के साथ कांग्रेस भाजपा की नफरत का जबाब मोहब्बत की दुकान से पुरजोर मजबूती के साथ बुलंद करती रहेगी। सांसद प्रमोद तिवारी ने भाजपा पर देश के संवैधानिक ढांचे को कमजोर बनाने के साथ संसदीय परम्पराओं व गरिमा के भी खुले उपहास किये जाने का तगड़ा आरोप जड़ा है। सांसद प्रमोद तिवारी का यह बयान बुधवार को यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से निर्गत हुआ है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ