अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के नगर पंचायत गास्दी मुख्यालय पर आयोजित किया जा रहे राम कथा के सातवें दिन का शुभारंभ निवर्तमान सांसद दद्दन मिश्रा ने दीप प्रज्वलित करके किया ।
राम कथा के सातवें दिन अयोध्या धाम से आए युवा संत सर्वेश जी महाराज ने कहा कि श्याम गौर सुंदर दोऊ भाई विश्वामित्र महानिधी पाई, चले जात मुनि दिन दिखाई सुन तड़का क्रोध कर धाई ।। एक ही बाण राक्षसी के प्राण हर लिया, दीन जानकर निज पद दिया । विश्वामित्र जी राजा दशरथ जी से अपने यज्ञ की रक्षा के लिए राम लक्ष्मण को मांग कर अयोध्या जी से चले मार्ग में ताड़का का वध राम जी ने किया और अपने लोक में उसे स्थान दिया । विश्वामित्र जी का यज्ञ सिद्ध आश्रम में जाकर के पावन किया । श्रीराम ने वहां मारीच और सुबाहु जैसे राक्षसों का मान मर्दन किया । एक बाण मारीच को मारा जो बिना नोक का बाढ़ लगने से वह सत जोजन चार सौ कोस की दूरी पर जाकर के त्रिकूट पर्वत के पास समुद्र के तट पर जा गिरा । दूसरा अग्नि वाला बाण मारा जिसके लगने से सुबाहु संग साथियों के साथ जल करके भस्म हो गया । इस प्रकार विश्वामित्र जी के यज्ञ की रक्षा राम जी और लक्ष्मण जी ने की । यज्ञ पूर्ण होने के उपरांत राम जी भ्राता लक्ष्मण को लेकर वहीं से जनकपुर के लिए विश्वामित्र जी के साथ प्रस्थान किया । मार्ग में अहिल्या का उद्धार किया चरण राज लगने से अहिल्या का उद्धार हो गया । गौतम ऋषि की पत्नी जो श्राप के कारण पत्थर हो गई थी । प्रभु ने कृपा करके और उसको पुनः प्रभु ने अपने आशीष से पति लोग को भेज दिया और चलते समय अहिल्या ने कहा भी गए पति फिर गंगा जी में स्नान किया । इस अवसर पर विनय तिरपाठी, राजेंद्र ओझा, सरदार अवतार सिंह, दिलीप गुप्ता, दीपक जायसवाल, नंद किशोर जायसवाल, विकास मणि समेत दर्जनों गणमान्य व्यक्ति एवं सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे ।
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