अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर मे 25 दिसम्बर, 2023 को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज, बलरामपुर में ‘‘तुलसी पूजन दिवस‘‘ मनाया गया। इस अवसर पर पायनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कालेज के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी एवं उप प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय एवं सम्मानित अतिथियों में डॉ0 शिवानंद पाण्डेय विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र एम0एल0के0 पी0जी0 कालेज तथा अवनींद्र दीक्षित प्रोफेसर एम0एल0के0 पी0जी0 कालेज बलरामपुर ने तुलसी माता को धूप एवं द्धीप प्रज्जवलित करके आरती उतारी। तत्पश्चात् समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं ने तुलसी माता की पूजा अर्चना की।
‘‘तुलसी पूजन दिवस‘‘ के अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डॉ0 एम0पी0 तिवारी ने बताया कि हिंदू धर्म में तुलसी को विशेष महत्व दिया गया है। इसलिए हिंदू धर्म के लोग तुलसी को माता का रूप मानकर विधि-विधान से पूजा करते है। ऐसी मान्यता है कि जहां तुलसी फलती है, उस घर में रहने वालों को कोई संकट नहीं आते। स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद में तुलसी के अनेक गुण के बारे में बताया गया है।
तुलसी केवल एक पौधा ही नहीं है बल्कि धरा के लिए वरदान है। माना जाता है कि तुलसी माता होती है और माँ लक्ष्मी का रूप भी कही गई है, इसके अलावा भगवान विष्णु की भक्त होने के चलते तुलसी को श्रीहरि की प्रिय भी माना जाता है। तुलसी पूजन करने से न केवल चमत्कारिक लाभ मिलेगा बल्कि साथ ही लोगों को तुलसी से हाने वाले लाभ का ज्ञान भी प्राप्त होता है।
अन्त में प्रबन्ध निदेश डा0 एम0पी0 तिवारी ने सभी छात्र-छात्राओं को तुलसी पूजन दिवस की हार्दिक शुभकामनाये देते हुए बताया कि तुलसी माता का विधि विधान पूर्वक आराधना करने से घर में समृद्धि बनी रहती है। तुलसी के पत्ते लाभदायक औषधि है इसके प्रयोग से सर्दी, खांसी-जुकाम को ठीक किया जाता है। गले मे खराश को दुरूस्त करने के लिए शहद और तुलसी लाभदायक होते है। यह बहुत लाभकारी औषधिय पौधा है इसके गणों के कारण इसे घरों के आंगन में लगाकर इसकी सेवा की जाती है। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेयए राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित अध्यापकगण में अशोक कुमार शुक्ला, टी0एन0 शुक्ल, पूनम चौहान, राजमणि, लता श्रीवास्तव, किरन मिश्रा, नीलम श्रीवास्तव, नेहा श्रीवास्तव, अर्चना श्रीवास्तव, विश्वनाथ तिवारी, कपिल निषाद, शालिनी शुक्ला, दुर्गा प्रसाद यादव, राजीव श्रीवास्तव एवं मनोज शुक्ला ने उपस्थित होकर ‘‘तुलसी पूजन दिवस‘‘ मनाया गया।
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