अर्पित सिंह
गोंडा : बीवी ने अपने भाई की जिंदगी बचाने के लिए अपनी एक किडनी दान दे दी जो उसके शहर को नागवार गुजरा और उसने व्हाट्सएप के जरिए अपने बीवी को सऊदी से ट्रिपल तलाक दे दिया।
मामला उत्तर प्रदेश के गोंडा जनपद अंतर्गत धानेपुर थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। जहां एक बहन को अपने भाई की जान बचाने के लिए किडनी देना उसके शौहर को इतना बुरा लगा कि उसने अपनी बीवी को ट्रिपल तलाक दे दिया। सऊदी अरब में काम कर रहे पीड़िता के शौहर ने तीन तलाक वाट्सएप से दिया है। जी हां यह चौकाने वाला वाकया गोंडा के धानेपुर थाना क्षेत्र के जैतापुर गांव की रहने वाली तरन्नुम के साथ गुजरा है। अब ट्रिपल तलाक से पीड़ित तरन्नुम अपने मायके में रहने को मजबूर है। मामले में तरन्नुम ने धानेपुर पुलिस में मुकदमा दर्ज करा दिया है । धानेपुर थाना क्षेत्र के बौरियाही गाँव की रहने वाली तरन्नुम का निकाह पड़ोसी गांव जैतापुर रहने वाले मोहम्मद रसीद से 20 साल पहले हुआ था। बाद में रसीद जीविकोपार्जन के लिए सऊदी अरब चला गया। तरन्नुम के कोई बच्चा नही हुआ। इस बीच तरन्नुम के मुताबिक उसके शौहर ने दूसरी शादी भी कर ली। बीते दिनों तरन्नुम के बड़े भाई मोहम्मद शाकिर की किडनी खराब होने के चलते तबियत काफी खराब हो गयी थी। वह अपना इलाज मुम्बई में करा रहे थे, तरन्नुम ने क्राइम जंक्शन को बताया कि भाई की जान बचाने के लिए वह किडनी देने को तैयार हो गयी। किडनी देने से पूर्व उसने अपने शौहर से सहमति भी ले ली थी। करीब पांच महीने पहले तरन्नुम ने जसलोक हॉस्पिटल में अपनी किडनी निकलवाई, जो भाई शाकिर में ट्रांसप्लांट भी हो गया। तरन्नुम डिस्चार्ज होकर वापस गोंडा अपने ससुराल आ गयी। तरन्नुम ने बताया कि भाई को किडनी देने से उसके शौहर बहुत नाराज हुए । उन्होंने मोबाइल से मुझसे किडनी के बदले 40 लाख रुपये की मांग की। मेरे इनकार करने से उन्होंने वाट्सएप से ट्रिपल तलाक भेज दिया है। रसीद ने वाट्सएप से तलाक 30 अगस्त को भेजा था। बावजूद तरन्नुम अपने ससुराल में ही बनी रही, लेकिन आरोप है कि अब उसको ससुराल में नही रहने दिया गया, तो वह अपने माँ के घर आ गयी, और धानेपुर थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया । वही इस बाबत अपर पुलिस अधीक्षक राधेश्याम राय ने बताया कि मुकदमा लिखकर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
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