बीपी त्रिपाठी
गोंडा ।डीएम नेहा शर्मा ने महिला सशक्तिकरण के लिए मुख्यालय पर मिशन शक्ति वाल बनवाया लेकिन पुलिस महिला पीडितो के साथ संवेदनशीलता नहीं बरत रही है, थाना व एसपी के यहां प्रार्थना पत्र देने पर दबंगों की पिटायी से एक महिला की मौत हो गयी। शव को एसपी कार्यालय पर रखा गया तो पुलिस नींद से जागी और एएसपी शिवराज ने एसओ इटियाथोक को तीन डाक्टरों के पैनल से पीएम कराने का आदेश दिया। कारण आरोपी रसूखदार ठहरा तो अबला की सुनने वाला कौन है।
गोंडा में डीएम ने महिला सशक्तिकरण का डंका बजा दिया लेकिन यह आवाज थानों की पुलिस के कान में नहीं पहुंची। थानों पर महिला की सुनवाई के लिए हेल्पडेस्क है, दिवस अधिकारी के बैठने की व्यवस्था है लेकिन थानों पर जेब गरम करने वालो की क्रद और गरीब व मजलूम की बेकद्री हावी है। 30 अक्टूबर को तहरीर दिया लेकिन हकीकत से पुलिस अधिकारी दूर हैं और नतीजा जमीन मसले में एक महिला कुमारी देवी पत्नी अमृतलाल निवासी ग्राम विरमापुर थाना इटियाथोक की जान चली गयी। महिला की जमीन है और दबंगई के बलबूते उसे परेशान किया जा रहा था लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। नतीजा पिटायी के बाद भी पुलिस ने कोई एक्षन नहीं लिया। अब पुलिस अधिकारी पीडित को न्याय दिलाने की बात कर रहे हैं लेकिन जान की भरपाई संभव नहीं है। महिलाओं के मुकदमा न मिशन शक्ति पर पुलिस सवालिया घेरे में है।
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