अभय शुक्ला
लालगंज, प्रतापगढ़। लक्ष्मणपुर विकासखण्ड के हण्डौर गांव में जय मां वीणावादिनी रामलीला समिति के तत्वाधान में रामलीला का आयोजन हुआ। बुधवार की रात रामलीला समिति परसीपुर सिंधौर व स्वर संगम रामलीला समिति बरहुआ की ओर से आयोजित रामलीला मंचन को देखकर लोग जय श्रीराम के नारे लगाये। रामलीला के पहले दिन जनकपुरी में माता सीता व अयोध्या में प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न के जन्मोत्सव का मंचन किया गया। रामलीला में महराज दशरथ पुत्र प्राप्त न होने से चिंतित दिखाई देते है। राजा मंत्री व गुरू से विचारविमर्श कर श्रृंगी ऋषि के यज्ञ से अग्निदेव को प्रसन्न करते हैं। अग्निदेव का प्रसाद महराज दशरथ अपनी तीनों रानियों को देते हैं। जिसके पश्चात प्रभु श्रीराम समेत चारों भाईयों का जन्म होता है। दशरथ की भूमिका में लक्ष्मीकांत दुबे, जनक की भूमिका में राजेश दुबे, रावण की भूमिका में अरविन्द दुबे, सुमन्थ के रूप में अभिषेक दुबे, श्रृंगी ऋषि के रूप में श्याम तिवारी समेत सूरज दुबे, निखिल, रोहित, मनीष आदि कलाकारों का मंचन देख दर्शक तालियां बजाने पर मजबूर हो गये। इससे पहले कार्यक्रम का उदघाटन मुख्यअतिथि अभिनंदन सिंह उर्फ किल्लू ने फीता काटकर किया। उन्होंने कहा कि रामलीला के माध्यम से भाईयों के बीच प्रेम व असत्य पर सत्य की जीत की प्रेरणा समाज को मिलती है। विशिष्ट अतिथि समाजसेवी संजय शुक्ल ने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम ने संसार में धर्म की रक्षा व पाप के विनाश के लिए अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम का व्यक्तित्व पिता पुत्र, पति पत्नी, भाई भाई में उच्चकोटि के आचरण व व्यवहार की प्रेरणा प्रदान करता है। इस मौके पर हरिशंकर दुबे, प्रमोद शुक्ल, गौरीशंकर दुबे, शहबाज खान, लालजी दुबे, रंजन कुमार, शिवसम्पत, शिवशंकर, मथुरा प्रसाद यादव, अनिल सिंह, शिवकुमार,अनिल सरोज आदि मौजूद रहे।
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