बरसों से एक ही क्षेत्र में जमे लेखपालों के पास है,एक साथ कई गांव का दायित्व जिससे नहीं निपट रहे मामले
लेखपाल ने थाना प्रभारी पर लगाया था टिप्पणी करने का आरोप
पं. बी के तिवारी
गोन्डा। तहसील सदर अन्तर्गत ग्राम सभा खिरयी मे क्षेत्रीय लेखपाल ने थानाध्यक्ष मोतीगंज पर अभद्र टिप्पणी करते हुए थाने थाना क्षेत्र में मजिस्ट्रेट के साथ आने की हिदायत देने का आरोप लगाते हुए उप जिलाधिकारी सदर से शिकायत की थी।
लेखपाल द्वारा की गई शिकायत को उपजिलाधिकारी सदर ने संज्ञान में लेते हुए मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर शिल्पा वर्मा को सौंपते हुए आवश्यक कार्यवाही के लिए लिखा है।बताते चलें कि क्षेत्र में लेखपालों के मनमानी रवैया से जमीनी मामलों में बाढ़ आ गई है। ऐसे ही एक मामले में थाना मोतीगंज क्षेत्र की खिरई गांव में पैमाइश करने गई टीम पर गांव के ही कुछ लोगों ने गलत ढंग से पैमाइश करते हुए कब्जा परिवर्तन करने का आरोप लगाया था और पुलिस के ही मौजूदगी में लेखपाल द्वारा किसान के फसल की जुताई कर नष्ट कर दिया गया था। जिससे मौके पर सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। लेकिन मामला बिगड़ते देख मौजूद थाना प्रभारी ने गिरफ़्तारी करके कार्यवाही शुरू कर दी थी।जो लेखपाल को ना गवारा साबित हुई और पुलिस पर ही आरोप प्रत्यारोप मढ़ना शुरू कर दिया। जबकि न्यायालय में पूर्व में भी तथा 2023 में भी कब्जा परिवर्तन के मामले में एक साइटेशन आ चुका है। जिसमें स्पष्ट लिखा गया है,कि फसल जो बुवाई करेगा, वही काटने का हकदार है। फिलहाल मामले में आरोप प्रत्यारोप लगाते हुए लेखपाल जयप्रकाश वर्मा ने लेखपाल संघ में भी थाना अध्यक्ष के विरूद्ध गुहार लगाते हुए कार्यवाही की मांग की थी। जिस पर लेखपाल संघ ने उप जिलाधिकारी से कार्यवाही की उम्मीद के साथ पत्र प्रेषित किया था। पत्र को गंभीरता से लेते हुए उप जिलाधिकारी सदर ने मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर शिल्पा वर्मा को सौंपी है। वही मामले में जब थाना अध्यक्ष मोतीगंज प्रतिभा सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ऐसा कुछ नहीं था। मैंने देखा कि किसान द्वारा बोई गई फसल सरसों को लेखपाल द्वारा जुतवा दिया गया। जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की स्थिति में आ गई थी। इस लिए मुझे कार्यवाही करनी पड़ी,जो लेखपाल के मनमानी रवैया में रोड़ा बन गई।उसी से घबराकर लेखपाल आरोप प्रत्यारोप लग रहे हैं। थानाध्यक्ष ने कहा कि मैंने लेखपाल से कहा था कि जब कब्जा परिवर्तन कराना हो तो खाली खेत में होना चाहिए,तथा सक्षम अधिकारी का मौके पर होना आवश्यक है।
lekhapal ki harkat bahot hi galat thi jab kanoon maloom nahi to hath me liya doosri bat lekhpal ko harjana bhi Dena chahiye kisan ko bahot galat harkat ki gai lekhpal ko mafi mangna chahiye kisan se aur harjana bhi Dena chahiye
जवाब देंहटाएंisko giraftar Karo lakh pal ko kissan ki fassal barbaad ki hai jo
जवाब देंहटाएंAccording to me lekhpal should be arrested for his dirty work. government must have to punish him hard he screw a farmer
जवाब देंहटाएंलेख पाल ने जो जुर्म किए है वो माफी के काबिल नही उससे जेल होनी चाहिए
जवाब देंहटाएंलेखपाल जी को किसान की फसल नहीं खराब करनी चाहिए लेखपाल पर तो बोल्डोसुर चलाना चाहिए
जवाब देंहटाएंlekhpal ki saari sampatti jaft karke jail me dal do
जवाब देंहटाएं