पं श्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
नवाबगंज (गोण्डा) क्षेत्र के विभिन्न गांवो मे श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया नवाबगंज गिर्द गांव मे श्रीमद्भागवत कथावाचक आचार्य हनुमान शरण तिवारी ने कंस वध की कथा सुनाकर लोगों को बाल लिलाओ का संगीतमय चित्रण कर कथा सुनाया यजमान जनार्दन प्रसाद तिवारी ने उपस्थित जनसमुदाय का जहा अंगवस्त्र देकर स्वागत किया वही प्रसाद वितरण किया गया। दूसरी तरठ महंगूपुर गांव में भगवान कपिल आश्रम प्रांगण में चल रही श्रीमद भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर कथा व्यास सर्वेश जी महाराज ने श्री कृष्ण जन्म व बाल लीलाओ का वर्णन किया। कथा व्यास ने कहा कि धरती पर कंस के अत्याचार ज़ब इतने बढ़ गए कि देवता भी त्राहि त्राहि करने लग तब भगवान ने कंस संघार के लिए कृष्ण रूप में जन्म लिया।व्यास जी कहते हैं भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों के घरों से माखन चोरी की। इस घटना के पीछे भी आध्यात्मिक रहस्य है। दूध का सार तत्व माखन है। उन्होंने गोपियों के घर से केवल माखन चुराया अर्थात सार तत्व को ग्रहण किया और असार को छोड़ दिया।प्रभु हमें समझाना चाहते हैं कि सृष्टि का सार तत्व परमात्मा है। इसलिए असार यानी संसार के नश्वर भोग पदार्थों की प्राप्ति में अपने समय, साधन और सामर्थ को अपव्यय करने की जगह हमें अपने अंदर स्थित परमात्मा को प्राप्त करने का लक्ष्य रखना चाहिए। इसी से जीवन का कल्याण संभव है।कथा व्यास ने गोवर्धन कथा का वर्णन करते हुए बताया कि कृष्ण ने ब्रजवासियों को मूसलधार वर्षा से बचने के लिए सात दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उँगली पर उठाकर रखा और गोप-गोपिकाएँ उसकी छाया में सुखपूर्वक रहे। सातवें दिन भगवान ने गोवर्धन को नीचे रखा और हर वर्ष गोवर्धन पूजा करके अन्नकूट उत्सव मनाने की आज्ञा दी। तभी से यह उत्सव अन्नकूट के नाम से मनाया जाने लगा।कथा में आर एस एस प्रांत प्रचारक मनोज विकल्प सुनील तिवारी ऋतिक तिवारी सूर्यलाल दुबे नवनीत पाण्डेय, अमृतनाथ पाण्डेय, हेमंत पाण्डेय, सुधीर, जगजीवन पाण्डेय, जगदेव पाण्डेय, दिव्यांशु, देवमणी मिश्रा आदि लोगो उपस्थित रहे।
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