ओपी तिवारी
गोंडा। कर्नलगंज कोतवाली अंतर्गत ग्राम कादीपुर निवासी नकछेद ने डीएम व एसडीएम को प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमे कहा गया है की वह अनुसूचित जाति का है। ग्राम कादीपुर स्थित गाटा संख्या 818 बंजर खाते की सरकारी भूमि है। करीब 20 वर्ष पूर्व से उसके परिवार के सदस्य उसी भूमि में मकान बनाकर रह रहे है। शेष भूमि में उसके बुजुर्गो द्वारा लगाए गए करीब 50 वर्ष पुराने आम, नीम, शीशम, अमरूद, अंबार, सफेदा के वृक्ष लगे हैं। यही नही उसका घूर, सुअर बाड़ा व हैंड पंप भी लगा है। पत्र में कहा गया है की उसके गांव का निवासी एक व्यक्ति लखनऊ में सरकारी नौकरी कर रहा है। वहां अपना निजी मकान भी बनवा लिया है। साथ ही गांव पर भी काफी लम्बा चौड़ा मकान बना है। 07 नवंबर की सुबह एक दरोगा दो पुरुष व दो महिला पुलिसकर्मियों के साथ पहुंचे। उसके बाद करीब दो दर्जन राजगीर मिस्त्री व श्रमिक के साथ वह व्यक्ति पहुंचा। और पुलिस की मौजूदगी में उसके कब्जे वाली भूमि में जबरन नीव खुदवा कर पक्का निर्माण करने लगा। पीड़ित ने बताया की उसकी नाबालिक पुत्री जूली अपने मोबाइल से वीडीओ बनाने लगी। जिस पर दरोगा ने महिला सिपाहियों से उसकी मोबाइल छिनवा लिया। और धमकी दिया की यदि दुबारा वीडियो बनाने आई तो हाथ पैर तोड़कर हवालात में डाल देंगे। और मुकदमा दर्ज करवा कर परिवार के सभी सदस्यों का जीवन बरबाद कर देंगे। उसके परिवार के सदस्यों ने डायल 112 पर कॉल करके पुलिस बुला लिया। मौके पर पहुंची पुलिस को हल्का दरोगा ने वापस कर दिया। तब से वह लगातार अधिकारियों का गणेश परिक्रमा कर रहे हैं, और आरोपी भूमि में लगे वृक्षों को कटवा कर लगातार निर्माण कार्य करवा रहा है। पीड़ित ने निर्माण कार्य रोंकवा कर उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की है। डीएम ने प्रकरण को गंभीर बताते हुए नायब तहसीलदार से जांच कराकर गांव सभा की भूमि को सुरक्षित व संरक्षित करने संबंधी आवश्यक कार्रवाई करते हुए तीन दिवस में आख्या देने का निर्देश दिया है। एसडीएम विशाल कुमार ने बताया की नायब तहसीलदार को प्रकरण की जांच कर निस्तारण कराते हुए आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
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