अभय शुक्ला
प्रतापगढ़ :लालगंज तहसील के वर्मा नगर स्थित यमुना प्रसाद यादव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में प्रबंधक यमुना प्रसाद के पचासवें जन्मदिन के अवसर पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। कवि सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय कवियों का जमावड़ा हुआ। बांदा से आईं कवयित्री आयुषी त्रिपाठी ने वाणी वंदना से प्रारंभ किया और कविता पढ़ी कि "महज़ बेटे नहीं अब सरहदों पर जान देते हैं,लिपट कर आ रहा बेटी का भी अब शव तिरंगे में। इसके बाद श्रोताओं ने तालियाँ बजाकर समर्थन किया। संचालन करते हुए इटावा के अंतर्राष्ट्रीय कवि डॉ कुमार मनोज ने शहीदों पर अपनी सुप्रसिद्ध रचना पढ़ी कि "सुख भरपूर गया, माँग का सिंदूर गया, नन्हें नौनिहालों की लंगोटियाँ चली गईं,बाप की दवाई गई, भाई की पढ़ाई गई, छोटी-छोटी बेटियों की चोटियाँ चली गईं,ऐसा विस्फोट हुआ कि जिस्म का पता ही नहीं, पूरे-पूरे जिस्म की तो बोटियाँ चली गईं,,आपके लिए तो एक आदमी मरा है किंतु, मेरे परिवार की तो रोटियाँ चली गईं"। इसके बाद सबकी आँखें नम हो गईं। देवरिया से आए हास्य कवि बादशाह प्रेमी की कविता "गर इश्क़ है तो रिस्क उठाना ही पड़ेगा, माशुक से मिलने कहीं जाना ही पड़ेगा, गर बच गए तो ठीक है दुनिया की नज़र से, पकड़े गए तो लात भी खाना ही पड़ेगा।"पढी तो जमकर ठहाके लगे। संयोजक व राष्ट्रीय कवि लवलेश यदुवंशी ने अपनी पंक्तियों "पसीने का मेहनताना कभी बरबाद मत करना, किसानों का ये मुस्काना कभी बरबाद मत करना, महीनों की कड़ी मेहनत से ये तैयार होता है, अन्न का एक भी दाना कभी बरबाद मत करना।" से संदेश दिया। मध्य प्रदेश से आए हास्य कवि अमित शुक्ला ने लोटपोट कर दिया तो लखनऊ से पधारे ओज कवि योगेश चौहान ने काव्यपाठ करके जोश भर दिया और लोगों ने भारत माता की जयकारे लगाए। इस दौरान गायक प्रदीप गुप्ता, विभांशु द्विवेदी और रज्जन पांडेय ने गीत गाकर आनंदित कर दिया। प्रबंधक यमुना प्रसाद ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया और अच्छी शिक्षा प्रदान करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर डॉ वीरेश सिंह, धर्मेंद्र सिंह, ऋषि द्विवेदी, आकाश सिंह, प्रधानाचार्य पारसनाथ वर्मा, अभयराज, अभिषेक, सुनील सहित हज़ारों लोग उपस्थित रहे।
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