ग्राम प्रधान की अगुवाई में दबंगो ने दिनदहाड़े घर को भी जलाया,बड़ी संख्या में पुलिस तैनात
आयुष मौर्या
धौरहरा खीरी:धौरहरा कोतवाली क्षेत्र के महराजनगर गांव में जमीन का फैसला करवाने को कहा तो प्रधान ने अपने साथियों संग मिलकर उल्टे ही फरियादियों की जमकर पिटाई कर उनके घर में आग लगाकर गांव में दहशत फैला दी।
यही नहीं मारपीट कर आठ लोगों को घायल कर दिया जिसमें कई लोगों की हालत चिंताजनक बनी हुई है। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए सीएचसी धौरहरा में भर्ती करवाया,जहां गम्भीर रूप से घायलों को डाक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया है। वही पांच लोगों का इलाज सीएचसी में किया जा रहा है। घटना की सूचना पाकर मौके पर दलबल के साथ पहुचे धौरहरा सीओ ने घटनास्थल का निरीक्षण कर पीड़ित के प्रार्थना पत्र के आधार पर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
कोतवाली क्षेत्र के तमनदारपुरवा मजरा महराजनगर निवासी धीरज पुत्र कौसल ने बताया कि उसका पड़ोसी के साथ अपने खेत में बनाए गए तालाब को लेकर विवाद था। जिसकी पूर्व में कई बार पैमाइश भी हुई पर उसका कोई निस्तारण नहीं हो सका। गुरुवार को करीब दो बजे घर के सामने प्रधान अपने साथियों के साथ बैठे थे। मां द्वारा फैसला न करवाने की बात कहे जाने से नाराज ग्राम प्रधान अनुज वर्मा पुत्र राजबहादुर उनके साथी शुसील पुत्र शत्रोहन ,पपिल पुत्र गिरजादयाल , पंकज पुत्र राजबहादुर ने लाठी डंडों और धारदार हथियारों से हमला कर दिया। जिसमें राजकुमारी पत्नी पिंटू ,शंभू पुत्र मैकू ,पिंटू पुत्र कौसल ,रामदेवी पत्नी रामजीवन,शिल्पी पत्नी धीरज , नीती पुत्री कौसल,कौसल पुत्र ज्वाला प्रसाद व धीरज पुत्र कौसल गम्भीर रुप से घायल हो गए है। घटना की सूचना पर सीओ प्रीतम पाल सिंह ,कोतवाल दिनेश सिंह दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और घायलों को सीएचसी धौरहरा में भर्ती करवाया जहां पिंटू ,रामा देवी,शिल्पी,नीती की गम्भीर हालत देखकर डाक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वही अचानक हुई घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल बना हुआ। इस बाबत सीओ प्रीतम पाल सिंह ने बताया कि घटनास्थल का निरीक्षण किया गया है,मामले की जांच की जा रही है दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
दबंग ग्राम प्रधान ने मारपीट के दौरान छप्पर में लगवाई आग,जली गृहस्थी
मारपीट के दौरान दबंग प्रधान व उसके साथियों ने मारपीट के दौरान आठ लोगों को घायल करने के बाद भी जब अपने ग़ुस्से पर काबू नहीं कर पाए तो पीड़ित के छप्पर में आग लगा दी,जिसमें रखी गृहस्थी जलकर नष्ट हो गई। जिसको देख गांव के साथ साथ आस पड़ोस के गांवों में भी तरह तरह की चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
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