पं श्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
नवाबगंज (गोंडा)महंगूपुर गांव में चल रही भागवत कथा के छठे दिन कथा व्यास पं दुर्गा प्रसाद पांडेय ने भगवान कृष्ण की बाललीलाओं का वर्णन किया। व्यास जी कहते हैं कि भगवान कृष्ण नित अपनी लीलाओं से सबका मन मोहते हैं। माखन चोरी, गोपिकाओं को सताना तथा यशोदा मैया की डांट व दुलार का सुंदर वर्णन सुन श्रोता भाव विभोर हो गए।उन्होंने कहा कि हमेशा धर्म के मार्ग पर चलकर समाज सेवा में लोगों को आगे आना चाहिए। मानव जब इस संसार में जन्म लेता है तो चार व्याधि उत्पन्न होते हैं। रोग, शोक, वृद्धापन और मौत मानव इन्हीं चार व्याधियों से घिरकर इस मायारूपी संसार से विदा लेता है। सांसारिक बंधन में जितना बंधोगे उतना ही पाप के नजदीक पहुंचोगे। इसलिए सांसारिक बंधन से मुक्त होकर परमात्मा की शरण में जाओ तभी जीवन रूपी नैय्या पार होगी। आज के दौर में परेशानी और अविश्वास बढ़ता जा रहा है। इससे समाज में खींचतान, स्वार्थ, लोभ, दुख, पतन, विकृतियों का अम्बार लगा हुआ है। किन्तु फिर भी लोग माया के वशीभूत हैं. ऐसे में कृष्ण नाम ही कल्याणकर्ता है। जिस घर में कोई वैष्णव हो जाता है उसकी 21 पीढ़ीयां भव पार हो जाती हैं। कथा में सुरेश प्रताप पांडेय, संदीप पांडेय, अवनीन्द्र मिश्र,रवीन्द्र पांडेय, सत्यप्रकाश,अनिल, अतुल,अरविन्द शर्मा, ख़ुशीराम आदि लोग उपस्थित रहे।
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