घटनास्थल पर एडीजी लाइन ऑर्डर उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार ने पहुंचकर स्थिति का लिया जायजा मौके पर पुलिस बल सहित पीएसी तैनात गांव में मचा कोहराम
विशेष संवाददाता पं•बीके तिवारी
लखनऊ।देवरिया में दिल दहलाने वाली वारदात हुई। यहां जमीनी विवाद में पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या के प्रतिशोध में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गई। दूसरे परिवार में पति-पत्नी, दो बेटियों और बेटे का गला काटा गया-गोली मारी गई, ईंट से सिर कूंच दिए। हमलावर इतने बेरहम हो चुके थे कि उन्होंने 8 साल के बच्चे तक को नहीं छोड़ा। उस बच्चे पर कई वार किए और उसे मरा समझकर छोड़ गए।
हालांकि उसकी सांसें चलती रहीं, उसे गंभीर हालत में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया है। जिस घर में यह वारदात हुई वहां नरसंहार जैसे हालात दिखाई दिए, हर तरफ खून ही खून और लाश ही नजर आ रही थीं। घटना देवरिया जिले की रुद्रपुर तहसील के फतेहपुर गांव की है। इस जघन्य हत्याकांड को पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव की हत्या के बाद अंजाम दिया गया।पुलिस लोगों को समझाने में लगी हुई है। लोगों में घटना को लेकर आक्रोश है।
गली में मिला था पूर्व पंचायत सदस्य का शव
दरअसल, हुआ यूं कि सोमवार सुबह 6 बजे प्रेम यादव का शव गली में पड़ा मिला। उनकी गला काटकर हत्या की गई थी। हत्या किसने की यह स्पष्ट नहीं था। लेकिन, यादव परिवार का शक सत्य प्रकाश दुबे पर गया। इसकी वजह थी कि प्रेम यादव और सत्य प्रकाश दुबे के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। प्रेम यादव सुबह इसी विवाद के चलते सत्य प्रकाश के घर गए हुए थे। उसके बाद सत्य प्रकाश दुबे के घर से करीब 20 मीटर दूर प्रेम यादव का शव पड़ा मिला था।
हालांकि, पुलिस का कहना है कि वारदात सुबह हुई है। प्रेम यादव सत्यप्रकाश दुबे के घर पर गए थे, जिसमें कहासुनी और मारपीट हो गई। इसमें प्रेम यादव की मौत हो गई। कुछ देर बाद प्रेम यादव के लोगों ने सत्यप्रकाश दुबे के घर पर हमला कर इतनी जघन्य घटना को अंजाम दिया। वहीं वीभत्स घटना में मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश ने तत्काल एडीजी लाइन ऑर्डर उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार को मौके पर भेज कर समूची घटना की रिपोर्ट तलब की है।मौके पर पहुंचे एडीजी लाइन आर्डर प्रशांत कुमार ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए बताया कि घटना के बाद कई लोगों को हिरासत में लिया गया है तथा कड़ी कार्यवाही की जा रही है।यह सबसे दुखद घटना है।
प्रदेश में वीभत्स घटनाओं की लगातार कतारें लग रही है।फिर भी जनपद के जिम्मेदारों की सीयूजी नंबर मिलने का नाम नहीं ले रहे हैं जिससे सरकार की मंशा पर पानी फिरता जा रहा है। घटना के बाद जब जिलाधिकारी देवरिया वह पुलिस अधीक्षक देवरिया के सी यू जी नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो लगातार नाट रिचेबल ही बताता रहा। वही मामले में ब्राह्मण संगठन के उपेंद्रनाथ उपाध्याय ने बताया कि मैं ब्राह्मण समाज का सेवक हूं और यह बिभत्स घटना किसी भी जाति धर्म की हो किसी भी समाज की हो बड़ी दुखद है।ऐसी घटना में यह सरकार की असफलता साबित होती है। और किसी भी नेता को या किसी भी समुदाय व्यक्ति विशेष को एक साथ इतनी भीड़ ले करके छोटे-छोटे बच्चों की नृशंस हत्या करना यह बहुत ही जघन्य अपराध है ऐसे लोगों का तुरंत एनकाउंटर होना चाहिए इन्हें धरा पर जीने का कोई अधिकार नहीं है।
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