गोंडा:उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनुरोद्धार योजना अंतर्गत उप कृषि निदेशक गोंडा के सौजन्य से आज दिनांक 20 अक्टूबर 2023 को मिलेट्स उत्पादन तकनीक, प्रसंस्करण एवं जागरूकता विषय पर विकास भवन गोंडा में शिक्षकों का प्रशिक्षण संपन्न हुआ । प्रशिक्षण का शुभारंभ मुख्य अतिथि एस अरुनमोझि मुख्य विकास अधिकारी द्वारा किया गया। डीएम ने मिलेट्स को अपने भोजन में शामिल करने को आवश्यक बताया । उन्होंने बताया कि पूरे देश में मिलेट्स की खेती एवं इसका उपयोग किया जा रहा है । इसकी खेती खेती के क्षेत्रफल में वृद्धि करने तथा आम नागरिकों के भोजन में शामिल कर बढ़ावा दिया जा सकता है । प्रेम कुमार ठाकुर उप कृषि निदेशक ने मोटे अनाजों ज्वार बाजरा रागी सांवा कोदों की उपयोगिता की जानकारी दी । उन्होंने बताया यह फसलें हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है । इनको भोजन में शामिल कर हम अपना अच्छा स्वास्थ्य बना सकते हैं । डॉक्टर रामलखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर ने मोटे अनाजों ज्वार बाजरा रागी सांवा कोदों आदि की उत्पादन तकनीक की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि यह फसलें लगभग सभी प्रकार की भूमियों में उगाई जा सकती हैं । इसकी खेती सीमित संसाधनों व कम लागत में की जा सकती है । ये फसलें पर्यावरण के अनुकूल हैं साथ ही मानव स्वास्थ्य एवं पशु स्वास्थ्य के लिए अत्यंत उपयोगी हैं । डॉक्टर हरपाल सिंह ने ज्वार बाजरा की खेती को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया । उन्होंने बताया कि बाजार में आयरन, फास्फोरस, कैलोरी आदि की मात्रा पर्याप्त पाई जाती है । इसका सेवन करने से महिलाओं में खून की कमी से बचा जा सकता है । डॉक्टर अंकित तिवारी ने ज्वार बाजरा कोदों सावां रागी की प्राकृतिक खेती की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि एक देशी गाय से 30 एकड़ प्राकृतिक खेती की जा सकती है । गाय के एक ग्राम गोबर में तीन से पांच करोड़ सूक्ष्म जीवाणु पाए जाते हैं । जगदीश प्रसाद यादव जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2023 अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है । मोटे अनाजों को श्रीअन्न नाम दिया गया है । इसमें आठ फसलें ज्वार बाजरा रागी सांवा कोदों कंगनी कुटकी चीना शामिल हैं । जनपद में कुछ जगह सीमित क्षेत्र में मोटे अनाजों की खेती हो रही है । इसे हर क्षेत्र में उगाने की जरूरत है । उन्होंने बताया कि मोटे अनाजों का बीज कृषि विभाग द्वारा कृषकों को उपलब्ध कराया जा रहा है । पारसनाथ जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म उद्यम उन्नयन योजना अंतर्गत किसानों को अनाजों के प्रसंस्करण हेतु सूक्ष्म उद्यम की स्थापना हेतु अनुदान भी दिया जा रहा है जिससे मोटे अनाज का प्रसंस्करण कर गुणवत्तायुक्त खाने के उत्पाद बनाए जा सके । रविशंकर सिंह उर्फ पवन सिंह गोनार्ड कृषक उत्पादक संगठन ने मोटे अनाजों के मूल्यवर्धित उत्पादों की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि मोटे अनाजों के उत्पाद ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाकर उपलब्ध कराया जा रहा है । आवश्यकतानुसार मल्टीग्रेन आटा भी बनाया जा रहा है । इसके सेवन से हमारा शरीर स्वस्थ्य रहता है । कार्यक्रम में स्कूल करिकुलम के अंतर्गत जूनियर हाईस्कूल व माध्यमिक स्कूलों के 63 अध्यापकों को प्रशिक्षित किया गया । कार्यक्रम में उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी एसएस चौधरी ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी । मंच का संचालन आरपीएन सिंह कृषि विभाग द्वारा किया गया । इस अवसर पर सुमित कुमार तिवारी आदि मौजूद रहे ।
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