वासुदेव यादव
अयोध्या। श्रीकबीर धर्म मंदिर सेवा समिति, जियनपुर के तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय परंपरागत कबीर मेला एवं आध्यात्मिक सम्मेलन का मंगलवार को महाेबरा बाजार चाैराहा के समीप समापन हुआ। कबीर मेला एवं आध्यात्मिक सम्मेलन के अंतिम दिन मुख्य अतिथि साधु-संत समाज प्रदेश अध्यक्ष सतनाम साहेब ने कहा कि सद्गुरु कबीर संपूर्ण मानव एकता के पुजारी रहे। वह सभी व्यक्तियों से अपने चाल-चरित्र काे आइने की तरह स्वच्छ एवं पवित्र रखना चाहते थे। विशिष्ट अतिथि अरविंद सिंह बाैद्ध ने कहा कि कबीर दास समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे। उन्हाेंने समाज काे एकसूत्र में पिराेया। अयोध्या की धरती पर कबीर मेला का आयोजन कर समिति के लाेग एक अलख जगाने का कार्य कर रहे हैं। मुख्य प्रवचनकार संताेष साहेब नेपाल, चेतन साहेब गाेंडा व महंत जानकी दास झांसी ने कहा कि सद्गुरु कबीर साहेब ने अपने भजनाें एवं काव्य पदावली द्वारा अनेकों पद्य की रचना किया, जिससे समाज में छुआछूत-भेदभाव दूर हाे। उन्होंने काकड़-पाथर छाेड़कर, महजिद लियाे बनाय। तापर मुल्ला वांग देय, क्या बहिराे भये खुदाय।। पाथर पूजै हरि मिले, ताे मैं पूंजू पहाड़। ऐसे पद्याें काे सुनाकर लाेगाें काे मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व सदस्य माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड डॉ. दशरथ चाैधरी ने कहा कि संत कबीर दास की महत्ता अनंत है। उन्होंने हमेशा वाह्य आडंबर, छुआछूत व सामाजिक कुरीतियों का विरोध किया। हमें उनके विचाराें काे अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। आध्यात्मिक सम्मेलन में डॉ. दिलीप सिंह, अयाेध्या तीर्थ पुराेहित धर्मार्थ सेवा ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश महाराज, विजय विक्रम आर्य बस्ती, डॉ. अजय कुमार सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। श्रीकबीर धर्म मंदिर सेवा समिति जियनपुर के अध्यक्ष महंत उमाशंकर दास ने कहा कि यह आश्रम का परंपरागत कार्यक्रम रहा। जाे स्वरूपलीन सद्गुरु रामसूरत साहेब व उदार साहेब की पुण्य स्मृति पर आयाेजित हुआ। विगत कई वर्षों से कार्यक्रम चल रहा है। सुबह बीजक का पाठ हुआ। फिर विचार गाेष्ठी का कार्यक्रम। प्रख्यात भजन गायक रामप्रसाद साहेब मंडली आकाशवाणी कलाकार गाेरखपुर ने भजन गाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आध्यात्मिक सम्मेलन का संचालन समिति के मंत्री विवेक ब्रह्मचारी ने किया। इससे पहले श्रीकबीर धर्म मंदिर सेवा समिति द्वारा सभी अतिथियाें का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। सम्मेलन के अंतिम दिन डॉ. दिलीप सिंह, संत निहाल साहेब, महंत रामप्रकाश दास, शील दास, राधेश्याम दास, नरसिंह दास, निर्भय दास, गाैरव दास, विनाेद कुमार, धनराज वर्मा, सचिन, अभिषेक माैर्य, रविंद्र दास, निर्मल वर्मा, एडवोकेट एमएम एहतेशाम, प्रबंधक स्काई ब्लू एकेडमी अजीत वर्मा, हृदयराम वर्मा, लखनऊ हाइकाेर्ट अधिवक्ता मंदीप पांडेय, राकेश वर्मा, अखिलेश यादव, राजेश आर्या, रामअभिलाख वर्मा, अमरनाथ, विष्णु यादव, अवनीश सिंह, बालकृष्ण पाल, विजय चाैधरी, राजकुमार जायसवाल, दुर्गेश शर्मा, श्याममूर्ति यादव आदि समेत सैंकड़ाे लाेग माैजूद रहे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ