अभय शुक्ला
प्रतापगढ़।नवदुर्गा पूजन समित साहबगंज बाजार के तत्वावधान में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के सप्तम दिवस भगवान श्रीकृष्ण एवं माता रुक्मणी के विवाह का उत्सव मनाया गया । कथा का विस्तार करते हुए कथा व्यास आचार्य करुणेश महराज ने कंस वध एवं उधव गोपी सम्बाद का विस्तृत वर्णन किया ।मनुष्य परमात्मा का स्मरण तो करता ही है और वह भगवान की याद मे आंसू भी बहाता है किन्तु जिस मनुष्य का जिस जीव का स्वयं भगवान स्मरण करे वह तो असाधारण भक्त है ।ऐसा भक्त के क्या कहने । भक्ति करो तो ऐसी कि स्वयं भगवान भी तुमको याद करे।भक्तजनों ने माता कालरात्रि का पूजन दर्शन किया । डा राकेश सिंह , कमलेश बहादुर सिंह (प्रवंधक), बबलू सिंह , राजकुमार दूबे, रामचन्द्र मोदनवाल (पूर्व प्रधान) , संजय सोनी , भुल्लन पांडेय, मनोज केसरवानी, प्रदीप मोदनवाल , विशाल मोदनवाल आदि उपस्थित रहे ।
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