डेस्क:शब्दों को तोल मोल कर बोलिए हुजूर नहीं तो आपके शब्दों के बदले करारा जवाब मिल सकता है। शब्द हमारे जीवन में अभिव्यक्ति व्यक्त करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।लेकिन एक शब्द अर्थ का अनर्थ बना सकता है, जिसके लिए हमारे बनते काम बिगड़ ही नही सकते है बल्कि किसी का कोप भाजन बनाना पड़ सकता है। ऐसा ही एक प्रकरण सामने आया है।जिसमे महज एक शब्द के लिए उपजिलाधिकारी को पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता के नाराजगी का शिकार होना पड़ता है। एसडीएम और अधिशासी अभियंता का पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
सोशल मीडिया में वायरल पत्र में एसडीएम ने अधिशासी अभियंता को कार्यों के लिए निर्देशित किया है, वही अधिशासी अभियंता ने एसडीएम को ऐसा जवाब दिया है कि एसडीएम साहब भी सकते में आ गए होंगे! अधिशासी अभियंता के जवाब वाला यह पत्र पढ़ कर आपका भी माथा ठनक सकता है।
कहां का है मामला
मामला उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जनपद के जलालपुर उप जिलाअधिकारी कार्यालय और अम्बेडकरनगर जनपद के कार्यालय अधिशासी अभियन्ता निर्माण खण्ड, लो०नि०वि० से जुड़ा है।
पत्र में क्या लिखे एसडीएम
अंबेडकर नगर जनपद के जलालपुर तहसील में तैनात उप जिलाधिकारी ने 19 सितंबर को पत्रांक 2124/एस0टी0 में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को पत्र लिखकर कहा कि "अवगत कराना है कि तहसील जलालपुर जनपद अम्बेडकरनगर क्षेत्रान्तर्गत मालीपुर से जलालपुर सड़क मार्ग पर किनारे-किनारे झाड़ियां व पेड़ की शाखायें लटकी हुई है। जिसके कारण उका मार्ग पर दुर्घटना की प्रबल सम्भावना बनी हुई है। उक्त के दृष्टिगत आपको निर्देशित किया जाता कि सड़क मार्ग पर किनारे-किनारे लटकी हई झाड़ियां व पेड़ की शाखाओं को साफ कराना सुनिश्चित करें। जिससे जनमानस के दुर्घटना की सम्भावना को कम किया जा सके।" इस पत्र को मिलते ही अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग में उप जिलाधिकारी जलालपुर को पत्र लिखा है।
अधिशासी अभियन्ता का कुछ यूं आया जवाब
अम्बेडकरनगर जनपद के अधिशासी अभियन्ता निर्माण खण्ड, लो०नि०वि० ने 22 सितंबर को उप जिलाधिकारी,जलालपुर को विभागीय जवाब पत्रांक 1737/17 के माध्यम से देते हुए कहा कि "महोदय,उपरोक्त संदर्भित पत्र का अवलोकन करने का कष्ट करें जिसमें आप द्वारा अधोहस्ताक्षरी को मालीपुर से जलालपुर मार्ग पर किनारे-किनारे झाड़ियां व लटकी हुई पेड़ की शाखाओं को साफ कराने हेतु "निर्देशित किया गया है। उक्त के सम्बन्ध में अधोहस्ताक्षरी को निम्नानुसार बिन्दुओं पर स्पष्ट करते हुए अवगत कराने का कष्ट करें।
1. अधोहस्ताक्षरी की जानकारी के अनुसार आप उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित एवं उत्तर प्रदेश शासन द्वारा तैनात द्वितीय श्रेणी / श्रेणी "ख" के अधिकारी है, जबकि अधोहस्ताक्षरी वर्तमान में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित एवं उत्तर प्रदेश शासन द्वारा तैनात प्रथम श्रेणी / श्रेणी "क" के अधिकारी पद पर तैनात है। कृपया स्पष्ट करने का कष्ट करे कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा निर्धारित किस नियमावली के अन्तर्गत द्वितीय श्रेणी का अधिकारी प्रथम श्रेणी के अधिकारी को "निर्देशित कर सकते है। जिसका प्रयास आप द्वारा अपने संदर्भित पत्र के माध्यम से किया गया है।
2.क्या आप द्वारा "निर्देशित किया जाना उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक आचरण नियमावली 1956 के नियम-3 में वर्णित नियमों के अनुसार उपयुक्त है ?
3.क्या आप द्वारा मालीपुर से जलालपुर मार्ग पर लटकी झाडियो एवं पेड़ो की शाखाओं को साफ कराने हेतु कोई बजट इस खण्ड को उपलब्ध कराया है?
4. उक्त संदर्भित कार्य में जो धनराशि प्रयोग की जायेगी उसे किस मद से खर्च किया जायेगा, जिससे उक्त कार्य यथा शीघ्र कराया जा सके। कृपया उक्त बिन्दुओ की स्पष्ट आख्या इस खण्ड को उपलब्ध कराने का कष्ट करे जिससे नियम संगत कार्य कराया जा सके।
उक्त जवाब से स्पष्ट है कि अधिशासी अभियंता जो की (क) श्रेणी के अधिकारी हैं, उन्हें उप जिला अधिकारी जो (ख)श्रेणी के अधिकारी हैं के द्वारा "निर्देशित" शब्द नागवार गुजरा इस कारण से अधिशासी अभियंता ने उपजिलाधिकारी जलालपुर को पत्र लिखते हुए प्रथम बिंदु पर ही पद और स्तर की बात की।
फिलहाल इन दिनों सोशल मीडिया पर अधिशासी अभियंता और उप जिला अधिकारी का पत्र जमकर वायरल हो रहा है।
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