ओपी तिवारी
खबर उत्तर प्रदेश के गोण्डा जिले के करनैलगंज से है जहां के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में लीला मंचन के दौरान एक चोर कों हत्या के मामले मे सरेशाम फाँसी के फंदे पर लटका दिया गया। जिसे देख कर लोग अचंभित रह गए। दरअसल करनैलगंज में रामलीला के दौरान फांसी के नाटक का मंचन सैकड़ो वर्षों से होता आ रहा है। जहां फांसी के नाटक कों सजीव रूप से मंचन किया गया। मंचन के दौरान दिखाया गया कि मेले में एक व्यापारी काबुल से व्यापार करने आता है, तभी एक बदमाश द्वारा सौदागर के पुत्र की हत्या कर सामान को लूट लिया जाता है।जहाँ रामलीला के पुलिस कलाकार द्वारा चोर को पकड़ कर रामलीला के कोर्ट में पेश किया जाता हैं,जहाँ वकीलों में बहस व रामलीला के डॉक्टर के रिपोर्ट के पश्चात हत्यारे को हजारों दर्शकों की मौजूदगी में प्रतिमात्मक रूप से हत्यारे को फाँसी के फंदे पर लटका दिया जाता है।
प्रसिद्ध फांसी नाटक के मंचन को देखने के लिए दूरदराज जिलों से भी दर्शक आये। पूरा रामलीला मैदान खचाखच भरा हुआ था। सोमवार को फांसी नाटक का मंचन देखकर लोग हतप्रभ रह गए। जहां एक युवक को अदालत द्वारा हत्या का दोषी पाए जाने पर फांसी की सजा सुनाई जाती है। और उस हत्या के आरोपी को सरेआम फांसी पर लटका दिया जाता है। इस नाटक की जीवंत प्रस्तुति लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। रामलीला में वर्षों से चले आ रहे फांसी नाटक के मंचन को देखने के लिए काफी दूरदराज जिलों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। फांसी नाटक में अपराधी, काबुल का व्यापारी, पुलिस कर्मी, दरोगा, कोतवाल, जज, पेशकार, वकील, जल्लाद की भूमिका करनैलगंज नगर के कलाकारों द्वारा अदा की गई। लीला के दौरान कोतवाल चितवन कुमार, चौकी प्रभारी, चेयरमैन प्रतिनिधि रामजी लाल मोदनवाल, कन्हैया लाल वर्मा, शिवनंदन वैश्य, राजेन्द्र कुमार वर्मा, अरुण वैश्य, सोनू पुरवार, अमित सिंघानिया, शिव कुमार बाथम, किशनू सिंह, अशोक सिंघानिया, आशीष शुक्ला, अशीष गिरी, अरमान पुरवार, अभिषेक पुरवार, विकास जायसवाल, दिलकुश वैश्य, संतोष कुमार, अतुल पटवा, गोविंद, अनुज जयसवाल, बरसाती लाल कसेरा सहित लोग मौजूद रहे।
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