रमेश कुमार मिश्रा
गोंडा:दलित की हत्या के मामले में आरोपियों ने 6 साल में 14 बार मृतक की पत्नी के फर्जी हस्ताक्षर से प्रत्यावेदन देकर जांच ट्रांसफर कराने में सफल रहे। अब इस मामले में एक नया खुलासा सामने आया है। इस पूरे प्रकरण में आरोपियों ने बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह का फर्जी लेटर पैड लगाकर CBCID में चल रही जांच को दूसरे अधिकारी को ट्रांसफर करा दिया। जालसाजी का यह खेल चलता रहा। किसी को भनक तक नहीं लगी। मृतक के पत्नी ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से किया तो सारे राज खुल गए।
गोंडा जिले के तरबगंज थाना क्षेत्र में दबंगों ने जमीन न देने पर 4 जून 2017 को दलित रमई को गोली मारकर फरार हो गए। पुलिस ने रमई को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस मामले में मृतक की पत्नी ने 5 जून 2017 को राधेश्याम, विष्णु शंकर मोहर अली सहित चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। दलित युवक के हत्या की विवेचना सबसे पहले सीओ तरबगंज उसके बाद मनकापुर ने किया। विवेचना बदलने की शिकायत जब अनुसूचित जाति आयोग में की गई। आयोग के निर्देश पर आईजी ज़ोन गोरखपुर ने जांच बस्ती जिले के हरैया सीओ को दे दिया। बस्ती के दो अलग-अलग क्षेत्राधिकार ने इसकी जांच किया। इसके बाद फिर जांच बदलकर बहराइच जिले में पहुंच गई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 27 अगस्त 2018 को एससी एसटी आयोग कें आदेश पर मामले की विवेचना सीबीसीआईडी को सौंप दी गई। इसके बाद मृतक की पत्नी के फर्जी प्रत्यावेदन के आधार पर सीबीसीआईडी में विवेचना बदलने का खेल चलता रहा। मृतक के पत्नी का आरोप है कि राजनीतिक दबाव के कारण उनके फर्जी प्रत्यावेदन के आधार पर जांच बदलती रही है। जांच बदलने के खेल में बृजभूषण सिंह के लेटर पैड का भी इस्तेमाल हुआ। इसकी भनक तक किसी को नहीं लगी।
मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद बढ़ी न्याय की उम्मीद
दलित की हत्या के मामले में 6 साल से आरोपियों ने साजिश कर विवेचना बदलने का खेल करते रहे। मृतक की पत्नी न्याय के लिए पुलिस अधिकारियों के चौखट पर दस्तक देती रही। लेकिन उसकी फरियाद को किसी भी अधिकारी ने नहीं सुना। फिर इस मामले को लेकर मृतक की पत्नी सुंदरपती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई। इसके बाद हड़कंप मच गया। प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने डीजी सीबी सीआईडी को पत्र जारी कर इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराने को कहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने न्याय संगत जांच के बाद जांच आख्या भी मांगा है।
बीजेपी सांसद ने प्रमुख सचिव गृह को लिखा पत्र
बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने प्रमुख सचिव गृह को लिखे गए पत्र में कहा है कि मुझे विश्वास सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि मुकदमा अपराध संख्या 238/ 17 की विवेचना ट्रांसफर करने में वर्ष 2017 में मेरा एक फर्जी लेटर पैड आपको भेजा गया है। उन्होंने कहा कि उस पत्र पर मेरे हस्ताक्षर पूरी तरह से फर्जी है। किसी व्यक्ति ने फोटो स्टेट करा कर मेरे हस्ताक्षर का दुरुपयोग किया है। कॉपी पेस्ट करके इस पत्र को जालसाजी तरीके से बनाया गया है।
बृजभूषण सिंह ने कहा है कि उक्त प्रकरण की विवेचना स्थानांतरण करने के लिए हमने कोई पत्र आपको प्रेषित नहीं किया है। अतः आपसे अपेक्षा है कि इस मामले में आगे की कार्यवाही करने का कष्ट करें।
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