फराज अंसारी
बहराइच: वर्षो पूर्व गायब हुए युवक को परिजन मृत मान चुके थे तो प्रधान ने युवक की पैतृक संपत्ति हड़पने की नियत से बड़ी जालसाजी कर डाली। दूसरे संप्रदाय के होने के बाद भी प्रधान सगे बन गए और मृतक के खेतौनी को वसीयत करवा डाला। मामले की भनक जब मृतक के भाई को लगी तो दौड़ा भागा प्रधान के पास पहुंचा जहां प्रधान ने कई वर्षो से गांव का प्रधान होने का धौंस जमाते हुए मारपीट कर कह दिया कि मेरा कुछ नही कर सकते क्योंकि मैं कई वर्षो से प्रधान हूं। ऐसा हो भी जाता, पीड़ित ने स्थानीय थाना पर गुहार लगाई लेकिन वहां पीड़ित की फरियाद नही सुनी गई। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक को भी पत्र लिखा , जहां से कोई उम्मीद न दिखी थक हार कर पीड़ित ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। मामले को गंभीरता से लेते हुए न्यायालय ने प्रधान सहित पांच आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया।
क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद के नानपारा कोतवाली अंतर्गत छोटा भुलौरा के मजरे मझौव्वा भुलौरा गांव निवासी राजेश कुमार उम्र पुत्र छेदीलाल ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि उसका भाई अमरजीत आपस में सगे भाई थे पीड़ित के छोटे भाई अमरजीत 17-18 वर्ष की उम्र में पिता छेदी लाल की मृत्यु से लगभग 6 वर्ष पूर्व घर से कहीं चला गया था। पीड़ित के काफी तलाश करने के बावजूद अमरजीत का कोई पता नहीं चल सका । मामले में पीड़ित ने अमरजीत के लापता होने के सम्बन्ध में मामला दर्ज कराया था। जिसे अधिकारियों ने जांचोपरान्त कोई पता न चल पाने मृतक घोषित कर दिया। पिता की मृत्यु के बाद पीड़ित व पीड़ित के भाई के नाम वरासत दर्ज हुई, जिसमे भाई के गायब होने के पूर्व से उसकी समस्त चल व अचल सम्पति पर काबिज था।
प्रधान पर लगे गंभीर आरोप
आरोप है कि ग्राम पंचायत प्रधान अतीकुर्रहमान पुत्र महसुर्जरहमान और निवास पुत्र रंगीलाल आपस में जालसाजी करके पैतृक सम्पत्ति मृतक अमर जीत के नाम वरासत हुई, उसे हड़पने की मंशा से अपने दूर दराज के रिश्तेदार दिल्ली प्रांत के मूल निवासी मोहम्मद सलीम पुत्र महमूद अली को बुलाकर धोखधडी व बेईमानी करते हुए मृतक अमरजीत के नाम से प्रमाण पत्र निर्गत किया ।
कागजों में जिंदा हुआ मृतक
जाली व फर्जी जारी प्रमाण पत्र के आधार पर ग्राम पंचायत अधिकारी से परिवार रजिस्टर में जीवित होना दर्ज कराया गया। जाली व फर्जी परिवार रजिस्टर नकल तैयार की गयी, ग्राम प्रधान ने प्रमाण पत्र व परिवार रजिस्टर की नकल के आधार पर मृतक की वरासत चोरी छिपे गांव निवासी निवास पुत्र रंगीलाल और दिल्ली प्रांत के जुग्गी 201 मीरदर्दरोड तकिया कालेखान दरियागंज सेन्ट्रल निवासी मोहम्मद सलीम पुत्र महमूद अली को खतौनी में दर्ज कराने का प्रयास किया जा रहा था कि मृतक के भाई को भनक लग गई।
प्रधान ने दिखाया प्रधानी का रौब
मामले की भनक लगते ही पीड़ित सुबह सुबह भागते हुए 21 जुलाई को प्रधान से जाकर मिला जहां संयोग से अन्य विपक्षी भी मौजूद थे। पीड़ित प्रधान से अपनी बात कहने लगा इसी बात को लेकर मौजूद व्पक्षियों ने गालियाँ एवं जान से मारने की धमकी देते हुए अपने दरवाजे पर लात मुक्का थप्पड़ से मारने पीटने लगे । आरोप है कि यह धमकी भी दिया कि कही कोई शिकायत किया तो पूरे परिवार को जान से खत्म करके लाश कही गायब गर दिया जायेगा । बहुत दिन से में प्रधान हूँ इसलिये मेरे विरुद्ध कोई कार्यवाही पुलिस अथवा अन्य अधिकारी नहीं करेंगे ।
जालसाजी में कौन कौन है शामिल
आरोप है कि विपक्षी मुस्लिम समप्रदाय के व्यक्ति होने के बावजूद भी पीड़ित के पैतृक सम्पति हड़पने की मंशा से अमरजीत पुत्र छेदी लाल बन बैठे है, जबकि विपक्षी के सगे भाई अमरजीत कतई नहीं है बल्कि मो सलीम पुत्र महमूद अली है जो जुग्गी 201 मीरदर्दरोड तकिया कालेखान दरियागंज सेन्ट्रल दिल्ली का निवासी है।
मामले में नानपारा पुलिस ने तीन नामजद सहित पांच के खिलाफ विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है।
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