अर्पित सिंह
गोंडा: लड़के को पेशाब में जलन होने की शिकायत पर बेटे को निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया। इस दौरान पैरामेडिकल स्टाफ ने मरीज के साथ ऐसा कारनामा किया कि वह दर्द से तड़पने लगा। इसके बाद तीमारदार ने समस्या की शिकायत अस्पताल प्रशासन से की, जिससे वह लोग नाराज हो गए और बीमार व तीमारदार से गाली गलौज करते हुए अस्पताल से भगा दिए। इसके बाद परिजनों ने मरीज को अन्य अस्पताल में भर्ती कराया। जहां स्थिति में कुछ सुधार होने के उपरांत लखनऊ के लिए रिफर कर दिया गया।
मामला उत्तर प्रदेश के गोंडा जनपद के धानेपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बाबागंज कस्बा से जुड़ा है। श्रीनगर निवासी एक दैनिक अखबार के क्षेत्रीय पत्रकार ने अपने लड़के के पेशाब में जलन होने की शिकायत पर जिले के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। आरोप है कि इलाज शुरू होते ही पैरामेडिकल स्टाफ ने पेशाब के नली में मोटा पाइप डाल दिया जिससे मरीज दर्द से कराहने लगा, व खून निकलने लगा। मरीज की स्थिति देखकर परिजन घबरा गए, अस्पताल प्रशासन से मामले की शिकायत की। जिससे अस्पताल प्रशासन नाराज हो गया । मरीज और तीमारदार को गाली गुप्ता देते हुए मौजूद कर्मचारियों ने भगा दिया। परिवार वालों ने मरीज को दूसरे नर्सिंग होम में भर्ती कराया
जहां दो दिनों तक इलाज चलने के बाद ऑपरेशन की बात बताकर लखनऊ के लिए रिफर कर दिया गया। जिसके बाद मरीज के इलाज के लिए परिजन लखनऊ के विवेकानंद अस्पताल में भर्ती कराए। जहां कुशल चिकित्सकों द्वारा ऑपरेशन कर मरीज की जान बचाई जा सकी।
गोंडा के नर्सिंग होम के कर्मियों की लापरवाही व तीमारदार से अभद्र व्यवहार के बाबत पीड़ित पत्रकार दिलीप कसौधन ने जिला प्रशासन और योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है।
शिकायतकर्ता की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिला अधिकारी नेहा शर्मा ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जांच का आदेश दे दिया है। मामले में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने निजी अस्पताल संचालक से स्पष्टीकरण तलब किया है।
वही इस बात अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सी के वर्मा ने बताया कि निजी नर्सिंग होम संचालक से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। उचित जवाब न मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
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