गोंडा:ड्राई राशन वितरण की जांच करने गए मनकापुर बाल विकास परियोजना अधिकारी को सहायता समूह के पदाधिकारियों ने गाली गलौज करते हुए जमकर अभद्रता की। सरकारी कार्य में बाधा पहुँचाते हुए जांच नही करने दिया। मामले में सीडीपीओ ने आरोपियों के विरुद्ध विभिन्न गंभीर धाराओं में केस दर्ज कराया है।
मनकापुर विकासखंड के बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार गौतम ने मनकापुर पुलिस में दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि गुरुवार के दोपहर क्षेत्र भ्रमण के दौरान ग्राम पंचायत दुर्गापुर में स्थित आंगनवाणी केंद्र प्राथमिक विद्यालय बंदरही पहुँचे । शिकायत की जाँच के दौरान ०वा०का उर्मिला द्विवेदी व अंजू तथा उजाला स्वयं सहायता समूह की सचिव उषा, कोषाध्यक्ष उषा की सास मौजूद थी। ड्राई राशन वितरण से सबंधित पूछताछ के दौरान उषा व उसकी सास उत्तेजित होकर अपशब्द बोलते हुए बात करने लगी । उसी समय उषा के पति सुरेश कुमार उपाध्याय जो तेजी से अंदर आये और माँ बहन की भद्दी भद्दी गाली देते हुए जाति सूचक शब्द कहकर अपमानित करने लगे, स्थानान्तरित करा देने की धमकी देने लगे । मना करने पर कालर पकड़ कर तथा गला दबाते हुये जान से मारने की धमकी देते हुये धक्का दे दिया। जिससे मैं गिर गया, जब सीडीपीओ का ड्राईवर विनोद बचाने पहुँचा तो उसे धक्का दे दिया, थप्पड़ व लात से मारा पीटा तथा बाहर ढकेल दिया। जांच नही करने दिया, सरकारी कार्य में बाधा पहुँचाया । सीडीपीओ को धमकी दिया कि स्कूल से बाहर निकलो तो बताता हूँ और गेट पर लाठी लेकर खड़ा रहा। जिसके डर व सीडीपीओ 1 घण्टा तक स्कूल के अन्दर रहा। मामले की सूचना CO मनकापुर को दी गयी थी, फिर स्थानीय लोगो के आ जाने पर पीड़ित की जान बच सकी।
उक्त शिकायती पत्र मनकापुर पुलिस को देते हुए सीडीपीओ ने जिलाधिकारी गोण्डा , मुख्य विकास अधिकारी , पुलिस अधीक्षक , जिला कार्यक्रम अधिकारी और खण्ड विकास अधिकारी को भेज कर भी सूचित किया।
सीडीपीओ के शिकायती पत्र पर मनकापुर पुलिस ने दुर्गापुर बंदरही गांव निवासी सुरेश उपाध्याय, उषा उपाध्याय और उषा के सास के खिलाफ सरकारी काम करते वक्त डरा धमका कर बाधा उत्पन्न करते हुए चोट पहुंचाने, सरकारी कर्मी पर हमला, गाली गलौज, जानमाल की धमकी, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दिया है।
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