आरपी तिवारी
इटियाथोक गोंडा: सरकार लाखों रुपए खर्च करके स्वच्छ भारत मिशन के तहत पूरे देश को रोग मुक्त के उद्देश्य से हर ग्राम सभा में सार्वजनिक सुलभ शौचालय निर्माण करवाया है शौचालय पर दो व्यक्तियों की नियुक्ति भी कर दी है वहीं सरकार के अधिकारी कर्मचारी सरकार की योजनाओं की धज्जियां उड़ाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़े हैं पूरा मामला गोंडा जनपद के विकास खंड ग्राम सभा हरैया झूमन स्थित ब्लॉक कैंपस मैं बना सार्वजनिक सुलभ शौचालय आंसू बहाने को मजबूर है ग्रामीणों का कहना है की सुलभ शौचालय पर दो क्रेटेकर की ड्यूटी भी है परंतु इस सुलभ शौचालय का ताला ही नहीं खुलता है जबकि नियम है सुबह 5:00 से 10:00 तक शाम को 5:00 से 9:00 तक सुलभ शौचालय खुलना चाहिए सुलभ शौचालय खुलना तो दूर क्रेटा कर कभी इस सुलभ शौचालय को देखने तक नहीं आते हैं यह तो एक बानगी है पुर विकासखंड में ऐसे दर्जनों सुलभ शौचालय हैं जिनका ताला नहीं खुलता है प्रश्न यह उठ रहा है जब ब्लॉक कैंपस में ही बना सुलभ शौचालय का ताला नहीं खुलता जहां पर विकासखंड के सारे अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहते हैं तो भला ग्रामीण क्षेत्र के सुलभ शौचालय की क्या दुर्दशा होगी क्या विकासखंड के अधिकारी व कर्मचारियों की नजर इस सुलभ शौचालय पर क्यों नहीं पड रही है यह एक सोचनीय विषय है अब देखना यह है क्या इस सुलभ शौचालय का ताला खुलता है या ऐसे ही बंद रहेगा यह तो आने वाला समय ही तय करेगा
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