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पर्यावरण सेना की पहल पर बांस शोध केंद्र की हुई स्थापना



कुलदीप तिवारी 

प्रतापगढ़: पर्यावरण सेना की पहल पर पर्यावरण संरक्षण के साथ ही बांस से बने उत्पादों से ग्रामीणों में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारतीय वानिकी अनुसंधान शिक्षा परिषद देहरादून के पारिस्थितिक पुनर्स्थापन केंद्र प्रयागराज द्वारा जनपद प्रतापगढ़ के मान्धाता ब्लॉक के बोझी गांव में स्थित पानी की टंकी परिसर में केंद्र प्रमुख (वरिष्ठ वैज्ञानिक) डा. संजय सिंह के निर्देशन एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. आलोक यादव के मार्गदर्शन में बांस की नौ प्रमुख प्रजातियों जैसे- बैंबुसा बैंबोज, बैंबुसा टुल्डा,डेंड्रो कैलेमस आदि का रोपण कर बांस शोध केंद्र की स्थापना की गई।वरिष्ठ शोध अध्येता कुलदीप चौहान एवं परियोजना सहायक राहुल निषाद की देखरेख में बांस शोध केंद्र हेतु बांस के पौधों का रोपण किया गया।इस मौके पर उन्होंने बताया कि जनपद प्रतापगढ़ में यह पहला बांस शोध केंद्र है,जिसके माध्यम से किसानों के साथ साथ आम जनमानस को भी बांस के बारे में जागरूक करते हुए बांस उद्योग से आयसंवर्धन का भी कार्य किया जाएगा जिसके लिए प्रशिक्षण के माध्यम से लोगों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा।कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे पर्यावरण सेना प्रमुख अजय क्रांतिकारी ने कहा कि बांस से जहां एक ओर स्वरोजगार की आय में वृद्धि होगी वहीं दूसरी तरफ हमारा पर्यावरण भी दुरुस्त होगा।उन्होंने कहा कि बांस हमारे लिए ग्रीन गोल्ड के समान है।बांस की खेती हरियाली और आय बढ़ाने में सहायक है।पर्यावरण सैनिक सुनील कुमार श्रीवास्तव को बांस केंद्र की देखरेख और सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई।

इस मौके पर ग्राम पंचायत बोझी राज कुमार,अरुण कुमार सिंह (चिंटू),राकेश सिंह,राम फेर,बितान देवी,विजय कुमार,अशोक कुमार,गंगादीन, रवि प्रकाश मिश्र एवं राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक ब्लॉक मान्धाता नमन कुमार तिवारी आदि लोग मौजूद रहे।

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