अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर मे 13 अक्टूबर को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ‘कलश सजावट‘ प्रतियोगिता का आयोजन विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी के नेतृत्व में एवं उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय तथा अध्यापिकाओं में दिव्या पाण्डेय, अपर्णा पटवा, उर्वशी शुक्ला की संरक्षता में किया गया । प्रतियोगिता में विद्यालय के छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। ।
‘कलश सजावट‘ प्रतियोगिता में कक्षा-11 की छात्राओं में स्नेहा दूबे, मंदिरा शुक्ला, अर्चना मिश्रा, अंशिका पाण्डेय, अरबिया रहमानी, अनम रिजवी एवं साक्षी त्रिपाठी ने अपने-अपने कलश को बड़े ही सुन्दर एवं मनमोहक ढंग से सजाया, जिसका मूल्यांकन उप प्रधानाचार्य राघवेन्द्र त्रिपाठी तथा अध्यापिका दिव्या पाण्डेय एवं उर्वशी शुक्ला ने किया । मंदिरा शुक्ला प्रथम, अनम रिजवी द्वितीय एवं अंशिका पाण्डेय ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी नें सभी छात्राओं को बताया कि सभी धार्मिक कार्यो में कलश का बडा महत्व है ।
मांगलिक कार्यो का शुभारंभ, नया व्यापार, नववर्ष आरंभ, गृह प्रवेश, दिवाली पूजन, यज्ञ, अनुष्ठान, दुर्गा पूजा साहित्य विभिन्न मांगलिक अवसरों पर सबसे पहले कलश की स्थापना की जाती है । धर्मशास्त्रों के अनुसार कलश को सुख-समृद्धि, वैभव और मंगल कामनाओं का प्रतीक माना गया है। देवी पुराण के अनुसार मां भगवती की पूजा-अर्चना करते समय सर्वप्रथम कलश की स्थापना की जाती है। नवरात्रि के दिनों मंदिरों तथा घरों कलश स्थापित किये जाते है तथा मां दुर्गा की विधि विधानपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। यह कलश विश्व बह्रांड, विराट बह्मा एवं भू-पिंड यानी ग्लोब का प्रतीक माना गया है। इस अवसर पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित अध्यापिकाओं में ए दिव्या पाण्डेय, अपर्णा पटवा, उर्वशी शुक्ला, तथा सभी हाउस के अध्यापक एवं अध्यापिकाएं एवं कप्तान तथा उप कप्तान उपस्थित रहे।
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