अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में 21 अक्टूबर शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में विश्व आयोडीन अल्पता दिवस के अवसर पर एक बैठक का आयोजन किया गया । बैठक की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर डॉ मुकेश कुमार रस्तोगी ने किया। बैठक को सम्बोधित करते हुए उन्होंने बताया कि सेहत के लिए आयोडीन एक बहुत ही जरूरी माइक्रोन्यूट्रिएंट में से एक है । जो बॉडी के कई सारे फंक्शन्स को नॉर्मल रखने के साथ ही शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी जरूरी है । आयोडीन की कमी घेंघा रोग की वजह बन सकती है । तो इसी के बारे में लोगों को बताने और जागरूक करने के मकसद से हर साल 21 अक्टूबर को विश्व आयोडीन अल्पता दिवस मनाया जाता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि आयोडीन की कमी से महिलाओं से लेकर बच्चों तक के विकास पर असर पड़ता है। इसकी कमी बौनेपन, मृत शिशु के जन्म और गर्भपात की वजह बन सकता है। तो यही समझाने के उद्देश्य से हर साल 21 अक्टूबर को विश्व आयोडीन अल्पता दिवस मनाया जाता है। डॉ मुकेश कुमार रस्तोगी ने बताया कि सबसे पहला उद्देश्य तो लोगों को शरीर के लिए क्यों आयोडीन जरूरी है यही बताना और समझाना है। इसकी कमी से सिर्फ गर्भवती मां और होने वाला बच्चा ही प्रभावित नहीं होता बल्कि ऐसे भी कई समस्याएं हो सकती हैं, जैसे- जैसे घेंघा रोग, बच्चों में मानसिक मंदता, अपंगता, गूंगापन, बहरापन आदि। तो आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों को भोजन में शामिल करना कितना जरूरी है इसकी महत्वता बताना भी इस दिन को मनाने के उद्देश्य में शामिल है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर डॉ मुकेश कुमार रस्तोगी ने कहा कि आयोडीन मानव के शरीर और दिमाग दोनों के ही विकास के लिए जरूरी है। शरीर में आयोडीन की पूर्ति भोजन में नमक से मिलता है। मतलब हर दिन एक निर्धारित मात्रा में आयोडीन की जरूरत होती है। कम या ज्यादा मात्रा दोनों ही शरीर के लिए नुकसानदायक होती है। आयोडीन की सही मात्रा से तनाव की समस्या नहीं होती। मन शांत रहता है। दिमाग सही तरीके से काम करता है और बाल, नाखून, दांत और स्किन संबंधी परेशानियां भी दूर रहती हैं। लेकिन आयोडीन की पूर्ति के लिए पूरी तरह से नमक पर निर्भर न रहें क्योंकि नमक का बहुत ज्यादा सेवन भी खतरे से कम नहीं। बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बी पी सिंह, डॉ अजय कुमार शुक्ला, डॉ जय प्रकाश, डॉ अनिल कुमार चौधरी, डी पी एम शिवेंद्र मणि त्रिपाठी, जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अरविन्द मिश्रा, डॉ अनामिका सिंह, शिखा श्रीवास्तव, विनोद त्रिपाठी, डॉ श्याम जी श्रीवास्तव, श्याम मिश्रा अमित, आशीष सहित अन्य कई लोग उपस्थित रहे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ