अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के सदर विधायक कार्यालय पर शनिवार को प्रबुद्ध वर्ग की संगोष्ठी की गई । गोष्ठी में प्रयागराज महायज्ञ में पंजीकरण करने वाले आर्य वीर दल के संरक्षक सदर विधायक पलटू राम, सेतु बंधु त्रिपाठी, आनंद तिवारी, देवमणि भारती, विजय प्रताप शुक्ल व चंद्र प्रकाश पांडे को स्मृति चिन्ह व आमंत्रण पत्र भेंट कर आमंत्रण गीत के साथ सम्मानित किया गया ।
आर्य वीर दल उत्तर प्रदेश के प्रचार मंत्री अशोक कार्य नें 14 अक्टूबर को बताया कि महर्षि दयानंद की 200वीं जयंती वर्ष पर जहां भारत सहित पूरे विश्व में विविध कार्यक्रम चल रहे हैं तो वहीं आर्य वीर दल द्वारा प्रत्येक कमिश्नरी मुख्यालय पर 200कुंडीय यज्ञ तथा 200 आर्य वीरों के शौर्य प्रदर्शन का कार्यक्रम चल रहा है । उसी श्रृंखला में 3 दिसंबर 2023 रविवार को गोंडा के शहीद ए आजम भगत सिंह इंटर कॉलेज में उपरोक्त कार्यक्रम आयोजित है और उसके बाद 13 जनवरी से 12 फरवरी 2024 तक प्रयागराज में विश्व वेद सम्मेलन तथा 201 यज्ञशालाओं में एक महीने तक लगातार चलने वाला विशाल कार्यक्रम आयोजित है । आर्य जी नें प्रयागराज कार्यक्रम की भव्यता कुछ इस प्रकार बताया महाभारत काल अर्थात लगभग 5000 वर्षों के बाद आयोजित होने वाला यह विश्व का प्रथम महायज्ञ है । इस महायज्ञ में 500 कुंतल घी तथा 150 टन हवन सामग्री द्वारा वातावरण की शुद्धि की जाएगी । इस महायज्ञ में एक लाख यजमान आहुति देंगे । प्रत्येक यज्ञशाला में एक गौ माता होगी- उसी गौ माता के दूध से बने खीर से प्रतिदिन उस हवन कुंड में बलिवैश्वदेव यज्ञ आहुति दी जाएगी । उस यज्ञ वेदी के सपत्नीक यज्ञमान ही गौ माता की सेवा करेंगे । इस प्रकार संपूर्ण यज्ञ क्षेत्र में 201 गाएं होंगी । प्रत्येक यज्ञशाला में धनुष बाण धारी 2 आर्यवीर उपस्थित रहेंगे जो हर दृष्टि से यज्ञ की रक्षा करेंगे । प्रत्येक यज्ञ शाला के चारों ओर 4 केले के पौधे पहले से ही लगाए जा रहे हैं । प्रत्येक यज्ञशाला में जल से भरे हुए 5 अलंकृत कलश स्थापित किए जाएंगे । प्रत्येक यज्ञशाला में पहले से ही एक तुलसी का पौधा लगाया जा रहा है । प्रत्येक यज्ञशाला में पूर्ण प्रशिक्षित एक सहयोगी विद्वान रहेगा जो यजमान को यज्ञ की विधि बताता रहेगा । 201 विद्वानों को पहले ही प्रशिक्षण दे दिया जा रहा है । 201 दिनों के लिए प्रत्येक यज्ञशाला में यज्ञ हेतु गुजरात मे गाय के घी का पैकेट तैयार किया जा रहा है । कार्यक्रम में पहुंचने वाले प्रत्येक व्यक्ति का पूर्व पंजीकरण होगा, बिना परिचय पत्र के कोई भी कार्यक्रम क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर पाएगा । संपूर्ण कार्यक्रम क्षेत्र को वाटर प्रूफ बनाया जा रहा है । पंजीकृत सभी लोगों को निशुल्क आवास, भोजन तथा जलपान दिया जाएगा । देश विदेश के पंजीकृत सभी लोगों को रेलवे स्टेशन तथा बस स्टॉप से लाने -ले जाने के लिए निशुल्क बस की व्यवस्था होगी । उन्होंने बताया कि गिनीज बुक ऑफ़ विश्व रिकॉर्ड में इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को सम्मिलित करने की स्वीकृति मिल गई है ।
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