अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के एम एल के पी जी कॉलेज सभागार में रविवार को वाणिज्य संकाय द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन हुआ। संगोष्ठी में विभिन्न प्रदेशों से आये हुए डेलीगेट्स ने "उद्यमशीलता विकास और हमारी अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव" विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। 07 अक्टूबर को इसका विधिवत शुभारंभ किया गया था।
8 अक्टूबर को कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रो0 मनीष कुमार श्रीवास्तव, विशिष्ट अतिथि बीबीडी विश्वविद्यालय लखनऊ के आशीष कुमार श्रीवास्तव, महाविद्यालय प्रबंध समिति के सचिव लेफ्टिनेंट कर्नल (रिटायर्ड) आर के मोहन्ता, प्राचार्य प्रो0 जे पी पाण्डेय, मुख्य नियंता प्रो0 पी के सिंह, आई क्यू ए सी समन्वयक प्रो0 तबस्सुम फरखी ने दीप प्रज्वलित एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके किया । मुख्य अतिथि प्रो0 मनीष कुमार श्रीवास्तव ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि नए उद्यम का विकास कैसे किया जाये और उसकी प्रक्रिया क्या है । उन्होंने इसके साथ ही सरकार की नए उद्यमों को लेकर प्रमुख योजनाओं की विधिवत जानकारी दी। विशिष्ट अतिथि आशीष कुमार श्रीवास्तव ने उद्यमिता विकास और राष्ट्र के आर्थिक विकास के योगदान के प्रमुख बिंदुओं पर प्रकाश डाला। प्राचार्य प्रो0 जे पी पाण्डेय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में हुए सकारात्मक बदलाव का उद्यमिता पर प्रभाव के संदर्भ में कहा कि आज का युवा वर्तमान शिक्षा प्राप्त कर रोजगार प्रदान करने वाला बन रहा है न कि रोजगार ढूढ़ने वाला। विभागाध्यक्ष वाणिज्य डॉ एस के त्रिपाठी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया जबकि विभागाध्यक्ष बीबीए राहुल विशेन ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। डॉ पंकज कुमार श्रीवास्तव ने संगोष्ठी की रिपोर्ट को प्रस्तुत किया। संगोष्ठी का संचालन डॉ के के सिंह ने किया। संगोष्ठी के सफल आयोजन में डॉ पी एन पाठक, डॉ के पी मिश्र, डॉ पवन कुमार सिंह, सिद्धार्थ मोहन्ता का सराहनीय योगदान रहा।
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