सुहेल आलम
सुल्तानपुर :बल्दीराय क्षेत्र के अंतर्गत पर वालीपुर नदौली नटौली कारीभीत मोहम्मदपुरकाजी बघौना आलामऊ मऊ आदि गांव में नात और तकरीर का प्रोग्राम चल रहा है जिसमें पुलिस प्रशासन की काफी मुस्तादी देखने को मिली। ग्राम पंचायत गौरा में आनंद कुमार पीसीएस अधिकारी को पुस्तक देकर सम्मानित किया गया आनंद कुमार ने बताया कि ज्यादातर लोगों में जानकारी की कमी और शिक्षा की कमी की वजह से आपस में दूरियां बढ़ जाती हैं जिसको दूर करने के लिए एक दूसरे को जानने की जरूरत है आपको बताते चलें कि यह इस्लामी माह का बारारवि अव्वल का है जिस माह में हजरत मोहम्मद सल्ल 0की पैदाइश हुई इस त्यौहार को ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में बड़ी अकीदत के साथ मनाया जा रहा है तकरीर और नात स्टेज लगाकर इस बात को आम करने की कोशिश होती है कि ईश्वर की तरफ से भेजे गए अंतिम संदेश था वाहक जो ईश्वर की तरफ से भेजे गए पैगंबर थे उन्होंने 1300 वर्ष पूर्व अरब में पैदा होकर जहां पर महिलाओं पर अत्याचार लूटपाट जुआखोरी नशाखोरी एक दूसरे का माल हड़प करना आम बात थी ऐसे में मोहम्मद साहब ने लोगों को एक ईश्वर की बंदगी समाज में फैली बुराइयों को रोकने के लिए आवाज़ लगाई तो वहां के वासियों ने इसका विरोध किया और तरह-तरह की तकलीफ पहुंचने लगे लेकिन आपने बिना किसी रुके हुए अज्ञानता की अंधेरेपन को उजाले में बदल दिया और आपके मानने वाले आपके बताए हुए रास्ते पर चलकर पूरे दुनिया में इस्लाम का पैगाम को पहुंचा दिया जिससे पूरी दुनिया में इस्लाम के मानने वाले पाए जाते हैं। मोहम्मद साहब के जमाने में एक लड़की पर चोरी का जुल्म साबितहो गया तो हाथ काटने का हुक्म दे दिया गया मोहम्मद स0 के साथियों ने सिफारिस की की इस लड़की को छोड़ दिया जाए तो आपने कहा कि यह जुल्म अगर यह मेरी बेटी फातिमा ने भी किया होता तो नहीं छोड़ता क्योंकि पिछले हुकुमतो में छोटे लोगों को तो सजा दे देते थे और बड़े लोगों से पैसा लेकर न इंसाफी करते थे। ऐसे ही इंसाफ का नाम इस्लाम है।
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