गोंडा:आचार्य नरेंद्र कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर गोंडा के मत्स्य अनुभाग द्वारा संचालित पांच दिवसीय रोजगार परक प्रशिक्षण आज दिनांक 20 सितंबर 2023 को संपन्न हुआ । समापन अवसर पर केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉक्टर पीके मिश्रा ने प्रशिक्षणार्थियों से रंगीन मछलियों का पालन कर स्वरोजगार करने का आवाहन किया । उन्होंने बताया कि रंगीन मछलियां घरों में सजावट हेतु पाली जाती हैं । इनके व्यवसायिक उत्पादन से अच्छी आय प्राप्त होती है । प्रशिक्षण समन्वयक डॉक्टर ज्ञानदीप गुप्ता मत्स्य वैज्ञानिक ने मछलियों की उन्नतशील प्रजातियों कतला रोहू नैन सिल्वर कार्प, ग्रास कार्प,कामन कार्प तथा रंगीन मछलियों की गोल्डफिश, गप्पी, मोली, टेट्रा आदि की प्रजातीय विशेषताओं की जानकारी दी । उन्होंने मत्स्य आहार प्रबंधन, बायोफ्लॉक तकनीक, तथा रीसर्कुलेटरी एक्वा कल्चर आदि की जानकारी दी । डॉक्टर राम लखन सिंह ने धान के साथ मत्स्य पालन तथा तालाबों के बंधे पर अरहर की खेती की जानकारी दी । डॉ. एके सिंह वत्स ने कीट एवं रोग प्रबंधन के लिए एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन तकनीक को उपयोगी बताया । डॉक्टर एमके सिंह ने मत्स्य तालाबों के बंधों पर सहजन की खेती को लाभकारी बताया । उन्होंने बताया कि सहजन की खेती बंधे पर करने से भूमि का कटाव नहीं होता है । सहजन की खेती से अतिरिक्त आय प्राप्त होती है । डॉक्टर डीके पांडेय ने तालाबों में जल प्रबंधन की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि मत्स्य तालाबों के जल की गुणवत्ता उत्तम होनी चाहिए । गंदे पानी से मछलियों में बीमारियां फैलती हैं । उनका उत्पादन भी कम प्राप्त होता है । रोजगार परक प्रशिक्षण में अमर सिंह, तिलकराम यादव, युवराज यादव, श्रीमती सुनीता, श्रीमती पूनम आदि ने प्रतिभाग कर रंगीन मछलियों के पालन एवं प्रबंधन की तकनीकी जानकारी प्राप्त की ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ