दिनेश कुमार
गोंडा। लेखपाल के फर्जी हस्ताक्षर बना कर करोडो रूपये की कीमती भूमि का पट्टा कराके तहसील के अभिलेखो में अंकना करा दिया गया।मनकापुर के गांव सभा बैरीपुर रामनाथ के प्रधान प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहे अतुल पान्डेय ने इसकी शिकायत सीआरओ व एसडीएम से कराके दोषियों पर एफ आई आर दर्ज कराने की मांग किया है।बताते चले कि कस्बा मनकापुर से सटा होने के कारण बैरीपुर रामनाथ की जमीन के भाव आसमान छू रहे हैं। ऐसे में कुछ जालसाज गैंग सक्रिय है जो ऐनकेन प्रकारेण कीमती जमीन हथियाने की जुगत में लगा रहता है। ताजा मामला गांव पंचायत बैरीपुर राम नाथ से जुडा है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के रूप में काम करने वाले अतुल पान्डेय ने सम्पूरण समाधान दिवस में मुख्य राजस्व अधिकारी व सोमवार को एसडीएम राजीव मोहन सक्सेना को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है कि तत्कालीन ग्राम प्रधान खुशीराम व उनके पुत्र फूल चंद ने एक साजिश के तहत कूटरचित दस्ताबेज तैयार किया जिसमें लेखपाल राम भजन चौबे का फर्जी हस्ताक्षर बना कर फर्जी मुहर लगाकर तथा राजस्व निरीक्षक बृजेन्द्र सिंह के हस्ताक्षर से पत्रावली तैयार कराकर स्वीकृत करा कर आरके दफ्तर में जाकर अंकना करा दिये। चौकाने वाले तथ्य है यह भी है कि उस पत्रावली में बिना जानकारी दिये अतुल कुमार पान्डेय के नाम भी आवास आंवटन पत्रावली में 008 हेक्टर भूमि का आवासीय पट्टा भी कर दिया गया जबकि शिकायत कर्ता को न तो जमीन की आवश्यकता थी और न ही ये आवासीय पट्टा के पात्र ही थे। यही नही उस समय तैनात रहे लेखपाल राम भजन चौबे जो वर्तमान में सेवानिवित्त हो गये है। उनका कहना है कि वे बैरीपुर रामनाथ में तैनात रहे है लेकिन न तो भूमि प्रबंधन समिति की कोई बैठक हुई और न ही कृषि व आवासीय आवंटन पत्रावली पर उन्होंने कोई हस्ताक्षर व मुहर लगाया। इसके बावजूद भी तत्कालीन लेखपाल के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर जालसाज गैंग ने कृषि व आवासीय पत्रावली तैयार करके करोडो रूपये की सरकारी भूमि को इधर से उधर कर दिये। जब इसकी जानकारी आवास के लाभार्थी रहे वर्तमान में ग्राम पंचायत सदस्य अतुल पान्डेय व सेवानिवित्त लेखपाल राम भजन चौबे को हुई तो उनके पैर तले जमीन खिसक गयी। सेवानिवित्त लेखपाल ने तहसील में पहुंचकर एक नोटरी शपथ पत्र बनवा कर एसडीएम राजीव मोहन सक्सेना से मिलकर इस जालसाजी के बारे में अवगत कराते हुए दोषियो के खिलाफ जांच एवं कार्यवाई की मांग किया। वही शिकायत कर्ता ने एसडीएम से निष्पक्ष जांच कराते हुए पूर्व प्रधान व उनके बेटे तथा कूट रचित पट्टा पत्रावली बनाने वाले गैंग को चिन्हत कराते हुए दोषियो पर एफ आई आर दर्ज कराके कडी कार्यवाई की मांग किया है। एसडीएम राजीव मोहन सक्सेना ने बताया कि शिकायत को गंभीरता से लिया गया है। जांच कराते हुए रिपोर्ट सीआर ओ व जिलाधिकारी को भेजी जायेगी। इस मौके पर गांव के तमाम लोग मौजूद रहे।
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