अभय शुक्ला
लालगंज, प्रतापगढ़। हापुड में अधिवक्ताओं पर लाठी चार्ज को लेकर वकीलो का विरोध बुधवार को भी तेज हुआ दिखा। अधिवक्ताओं ने बुधवार को भी तहसील तथा दीवानी में अदालती कामकाज का बहिष्कार करते हुए मांगों पर सरकार की उदासीनता पर नाराजगी जतायी। नाराज वकीलों ने तहसील के मुख्य द्वार पर तालाबंदी करते हुए सरकार एवं पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं दीवानी न्यायालय परिसर में भी वकीलों को आक्रोशित देखा गया। संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश व उपाध्यक्ष लाल विनोद प्रताप सिंह की अगुवाई में वकील तहसील पार्क में इकटठा हुए। वकीलों ने अब तक हापुड के डीएम व एसपी के तबादले न होने को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला। रूरल बार के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने आमसभा में कहा कि लोकतंत्र की दुहाई देने वाली सरकार इंसाफ की लडाई लड़ रहे अधिवक्ताओं के आंदोलन को ऐन केन प्रकारेण दबाने की फिराक में है। सभा का संचालन महामंत्री धीरेन्द्र शुक्ल ने किया। इसके बाद आक्रोशित वकीलों ने तहसील परिसर से नारेबाजी करते हुए नेशनल हाइवे के मुख्य द्वार पर आ पहुंचे। यहां वकीलों ने मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर घंटो विरोध प्रदर्शन किया। वकीलों के विरोध प्रदर्शन के चलते नेशनल हाइवे पर कुछ देर के लिए यातायात भी प्रभावित दिखा। इसके पूर्व एसडीएम लालधर सिंह यादव ने संघ के पदाधिकारियों को गतिरोध दूर करने के लिए अपने चेम्बर में वार्ता के लिए बुलवाया। वहां अध्यक्ष समेत पदाधिकारियों ने हापुड़ के डीएम व एसपी के तबादले तक आंदोलन जारी रखने की प्रशासन को दो टूक चेतावनी दी। वार्ता विफल होने के बाद अधिवक्ताओं का समूह विरोध प्रदर्शन को निकल पड़ा। इधर सिविल न्यायालय में वरिष्ठ उपाध्यक्ष शैलेन्द्र चतुर्वेदी की अगुवाई में अधिवक्ताओं ने कामकाज का बहिष्कार किया। विरोध प्रदर्शन में केबी सिंह, टीपी यादव, दिनेश सिंह, प्रमोद सिंह, संतोष पाण्डेय, दीपेन्द्र तिवारी, आनन्दमोहन श्रीवास्तव, मोहित जायसवाल, संतोष तिवारी, रामलखन शर्मा, शिव नारायण शुक्ल, विपिन शुक्ल, जयकरन सिंह, लाल स्नेहांश सिंह, अरूण पाण्डेय आदि अधिवक्ता रहे।
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