बीपी त्रिपाठी
गोण्डा 12 सितम्बर। लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज की शैक्षिक एवं अकादमिक उन्नति में प्रोफ़ेसर शैलेन्द्र नाथ मिश्र, द्वारा प्रस्तुत हिंदी बाल साहित्य: शैक्षिक प्रौद्योगिकी विषय पर भारत सरकार द्वारा पेटेंट प्रदान किए जाने से मील का पत्थर सिद्ध हुआ है।
पेटेंट के संदर्भ में विषय पर प्रकाश डालते हुए प्रोफेसर शैलेन्द्र नाथ मिश्र में बताया कि शैक्षिक आविष्कार शैक्षिक प्रौद्योगिकी से संबंधित है। इसमें विशेष रुप से हिंदी बाल साहित्य पर ध्यान केंद्रित करने वाले बच्चों के लिए इंटरैक्टिव भाषा सीखने की किट में पांच घटक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस शोध केंद्र वाहनों के फ्यूल मापक/रीडर यंत्र पर भी काम कर रहा है। जिस संबंध में एक जनहित याचिका उच्च न्यायालय इलाहाबाद की लखनऊ खंडपीठ में दायर की गई है। शोध-केंद्र की इस विशेष उपलब्धि पर मंगलवार को महाविद्यालय के शिक्षकों की ओर से प्रोफ़ेसर शैलेन्द्र नाथ मिश्र को सम्मानित करने एवं उत्साहवर्धन का विशेष कार्यक्रम शोध केंद्र में आयोजित किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय प्रबंध समिति की उपाध्यक्ष वर्षा सिंह ने कहा कि इस महत्वपूर्ण उपलब्धि से हम अपने अपनी अनुशासन की प्रेरणा लेनी चाहिए। पेटेंट के क्षेत्र में प्रोफ़ेसर शैलेन्द्र नाथ मिश्र ने महाविद्यालय को गौरवान्वित किया है। प्रबंध समिति के सचिव उमेश शाह ने इस उपलब्धि पर प्रो शैलेन्द्र नाथ मिश्र को बधाई देते हुए उन्हें मस्तिष्क नवाचारों का निर्माता की संज्ञा दी। संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर मंशाराम वर्मा ने कहा कि प्रो शैलेन्द्र नाथ मिश्र में नित-नए प्रयोग और आइडियाज में एक पेटेंट देखा है। वे ब्रांडिंग नहीं करते। उनके पास ऐसे सैंकड़ों नवाचार हैं।
प्रोफ़ेसर अमन चन्द्रा ने कहा कि प्रोफ़ेसर शैलेन्द्र नाथ मिश्र से महाविद्यालय में जब मेरी पहली मुलाकात हुई थी तब से आज तक मुझे किसी भी विषय पर नित-नए विचार मिलते रहते हैं। भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ० रंजन शर्मा, प्रोफ़ेसर राम समुझ सिंह शिवशरण शुक्ल प्रोफेसर डॉ० शिशिर त्रिपाठी, जे०बी०पाल, प्रोफ़ेसर अभय श्रीवास्तव सहित अन्य प्राध्यापकों ने सम्बोधित किया।
कार्यक्रम में श्रवण कुमार श्रीवास्तव, डॉ० रेखा शर्मा , डॉ० पुष्यमित्र मिश्र , संजय कुमार पाण्डेय, उम्मेत्ताला चिनानागा कोंडाला श्रीनिवासाराव अध्यक्ष अंग्रेजी विभाग, डॉ० मनीष शर्मा, डॉ० विवेक कुमार सिंह, डॉ० पुनीत कुमार, डॉ० संतोष कुमार श्रीवास्तव, डॉ० दलीप कुमार सिंह सहित अन्य प्राध्यापक गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफ़ेसर बी०पी० सिंह ने अभ्यागत गण एवं महाविद्यालय परिवार के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
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