अभय शुक्ला
लालगंज, प्रतापगढ़। हापुड़ में अधिवक्ताओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर अब तक सरकार की कार्रवाई से असंतुष्ट वकीलों ने गुरूवार को यहां जमकर हंगामा किया। वकीलों का जत्था तहसील परिसर में नारेबाजी करते दीवानी न्यायालय परिसर पहुंच गया। तहसील तथा दीवानी अदालतों कामकाज ठप कराकर वकीलों ने नेशनल हाइवे पर भी काली पटटी बांधकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। हाइवे पर वकीलों की नारेबाजी व विरोध प्रदर्शन के चलते आधे घण्टे तक लालगंज-रायबरेली रोड पर यातायात भी प्रभावित दिखा। इसके बाद वकीलों ने तहसील परिसर में एसडीएम कोर्ट के सामने भी घंटो नारेबाजी की। आमसभा में संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल महेश ने कहा कि हापुड़ में लाठीचार्ज के दोषी जब तक कार्रवाई की जद में नही लाए जायेगे यह आंदोलन तेज होता रहेगा। रूरल बार के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने कहा कि सरकार अपने को निर्वाचित होने का दावा पेश करती है और दूसरी तरफ उसका चरित्र लाल फीताशाही को संरक्षण देने वाला अलोकतांत्रिक हो उठा है। आमसभा का संचालन उपाध्यक्ष लाल विनोद सिंह ने किया। वहीं दीवानी न्यायालय में भी अधिक्ताओं ने वरिष्ठ उपाध्यक्ष शैलेन्द्र चतुर्वेदी की अगुवाई में विरेाध प्रदर्शन किया। आमसभा को अजय शुक्ल गुडडू, राव वीरेन्द्र सिंह, शिवाकांत उपाध्याय, शैलेन्द्र सिंह, प्रमोद सिंह, प्रवीण यादव, संदीप सिंह, हरिश्चंद्र पाण्डेय, विपिन शुक्ल, सिंटू मिश्र ने भी संबोधित कर हापुड़ महासम्मलेन में भागीदारी का ऐलान किया। इस मौके पर अखिलेश द्विवेदी, हरेकृष्ण तिवारी, सुधाकर मिश्र, मनीष क्रांतिकारी, बीके तिवारी, तपन पाण्डेय, प्रभात श्रीवास्तव, प्रमोद तिवारी, विनय शुक्ल, दीपेन्द्र तिवारी, सुमित त्रिपाठी, करूणाशंकर मिश्र प्रदीप, शिवेन्द्र तिवारी, राकेश पाण्डेय, केबी सिंह, टीपी यादव, रमेश पाण्डेय, आशुतोष सिंह, जान्हवी प्रताप सिंह, पवन पाण्डेय, जितेन्द्र सिंह, दिनेश सिंह, अंजनी मिश्र, संजय ओझा, सुशील शुक्ल, केके शुक्ल, रामकिंकर शुक्ल, सत्येन्द्र श्रीवास्तव, रवीन्द्र नाथ तिवारी, शिवप्रसाद यादव, संतोष सिंह, शैलेन्द्र मिश्र, राजेन्द्र त्रिपाठी, रूद्र प्रताप पाण्डेय आदि अधिवक्ता रहे।
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