कस्बों व गावों में जलभराव से लोगों की बढ़ीं समस्याए,फसलों को हुआ नुक़सान
कमलेश
खमरिया खीरी:ईसानगर क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से हो रही रिमझिम बरसात रविवार को सायं से मूसलाधार में तब्दील हो गई,जिसको लेकर सोमवार को लोग घरों में ही कैद होकर रह गए, सड़कों व कस्बों में सन्नाटा छा गया। वही कस्बों व गावों में जलभराव होने से आमजन की दिक्कतें बढ़ गई,वही ध्वस्त हुई बिजली सप्लाई की वजह से अंधेरे में रहकर लोगों की परेशानियों में इज़ाफा होना लाज़मी है।
ईसानगर क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से हो रही बरसात रविवार को मूसलाधार रूप धारण कस्बों गावों,नदियों व खेतों,सड़कों पर समेत चारों को पानी ही पानी हो गया। जिसको लेकर सोमवार को लोग घरों में कैद होकर रह गए। यही नही चारों ओर हुए जलभराव से आमजन की समस्याएं भी बढ़ गई वही बिजली सप्लाई ध्वस्त हो गई, जिसको लेकर लोग अंधेरे में रहने को विवश हो गए।
घरों में कैद होकर रह गए लोग,दुकानें रही बन्द
मूसलाधार बरसात की वजह से सोमवार को लोग घरों में ही कैद होकर रह गए। जिसकी वजह से सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा। इस दौरान सन्नाटा देख अधिकतर व्यापारियों ने दुकानें बन ही रखी। जिसका असर क़स्बा खमरिया में इंडियन बैंक से लेकर कोनिया चौराहे तक व कोनिया चौराहे से बीबीएलसी इण्टर कालेज रोड पर अधिक रहा जहां मुख्य सड़क पर कई फुट पानी भरने से लोगों का आवागमन नाम मात्र रहा। वही इस दौरान जरूरत होने पर जो भी इस पानी से होकर गुजरा उसे गढ्ढो व टूटी सड़क की वजह से परेशानी हुई। वही बरसात के दौरान चलने वाली हवा की वजह से कई जगह सड़क किनारे लगी होर्डिंग भी गिर गई।
फसलों को हुआ नुकसान,किसान परेशान
लगातार हो रही बरसात के दौरान चलने वाली हवाओ ने खेतों में खड़े गन्ना, केला की फसलें प्रभवित हुई। खेतों में भरे पानी मे फसलों के गिरने से किसानों का नुकसान हुआ लाजमी है। जिसको देख किसानों में मायूसी छाई हुई है। इस बाबत किसान सुरेश कुमार ने बताया कि किसी तरह से थोड़ी गन्ने की फसल मवेशियों से बचा पाया था तो अब कुदरत ने मूसलाधार बरसात कर तबाह कर दी। अब बच्चों की शिक्षा व परिवार का पालन पोषण कैसे होगा इसको लेकर चिंता सता रही है।
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