कमलेश
धौरहरा-खीरी:जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह के निर्देशन में शनिवार को उपजिला अधिकारी धौरहरा धीरेंद्र सिंह की अगुवाई में धौरहरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत केशवापुर एवं वाली समेत ईसानगर की ग्राम पंचायत कबिरहा में फसल अवशेष (पराली) प्रबंधन जागरूकता को लेकर चौपाल का आयोजन किया गया जिसमें तहसीलदार धौरहरा,नायब तहसीलदार,राजस्व निरीक्षक एवं लेखपालों ने आमजन को जागरूक करते हुए ग्राम वासियों को पराली के समुचित प्रबंधन हेतु जानकारी दी।
धौरहरा क्षेत्र के अलग अलग गावों में उपजिलाधिकारी धीरेन्द्र सिंह की अगुवाई में फसल अवशेष (पराली) प्रबंधन जागरूकता को लेकर चौपाल का आयोजन किया गया जिसमें ग्रामीणों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान से अवगत कराते हुए मौखिक प्रशिक्षण देकर किसानों को पराली न जलाने को लेकर जानकारी दी गई। इस बीच किसानों को इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताकर पराली को नष्ट करने व उसके प्रयोग के तरीके के बारे में बताते हुए तहसीलदार आदित्य विशाल ने बताया कि पराली को खाद के रूप में बदलने के लिए डीकंपोजर नाम की दवा का छिड़काव किया जाता है। इससे खेतों की उर्वरा क्षमता भी बढ़ती है और खेतों की मिट्टी भी अच्छी हो जाती है। वहीं जो किसान सुरक्षा से इस पराली को गोशाला के लिए दान में देना चाहे तो उसके खेत में पड़े हुए पयार को उठाने के लिए मनरेगा के तहत श्रमिक लगाकर उसको उठाकर गोशाला तक पहुंचाया जाएगा। इससे खेतों में पराली भी नहीं जलेगी। साथ ही गोशाला में पल रहे गोवंशों का पेट भी भरेगा। वही तहसीलदार की बातों से सहमत होकर किसानों ने चौपाल में अपने खेतों में धान की कटाई के बाद निकलने वाले पयार को ट्रॉली में भरकर गोशाला के लिए निशुल्क दान करने वादा किया।
इस मौके पर कृषि विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी प्रधान, पूर्व प्रधान, क्षेत्रीय सचिव , पंचायत सहायक सहित भारी संख्या ग्रामीण किसान चौपाल में उपस्थित रहे।
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