Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

दबंग कोटेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज: जांच टीम को गुमराह करने के लिए रची बड़ी साजिश, भंडा फूटते मौके से भाग निकला कोटेदार, पूरा मामला जानकर होगी हैरानी



रमेश कुमार मिश्रा 

तरबगंज गोंडा: दबंग कोटेदार के यहां जांच करने पहुंचे पूर्ति निरीक्षक को एक बार बिना जांच किए ही बैरंग लौटना पड़ा, कोटेदार की दबंगई उच्च अधिकारियों को बताने के बाद उच्च अधिकारियों द्वारा जांच टीम गठित कर दी गई। इसके बाद जांच हो पाई। जांच में कोटेदार की दबंगई व गड़बड़ झाला सामने आया। इसके उपरांत पूर्ति निरीक्षक ने कोटेदार के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।

बताते चलें कि आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में बेलसर विकासखंड क्षेत्र के नगदही गांव निवासिनी सोना देवी पत्नी कृष्ण देव ने जिला अधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया था कि उचित दर विक्रेता शत्रोहनलाल तिवारी द्वारा आवश्यक वस्तुओं के वितरण में गंभीर अनियमितताएं बरती जा रही हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला अधिकारी नेहा शर्मा ने जिला पूर्ति अधिकारी को जांच कर कर आख्या प्रस्तुत किए जाने का निर्देश दिया गया था। मामले में जिला पूर्ति अधिकारी ने पूर्ति निरीक्षक बेलसर आशीष श्रीवास्तव को जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया।

बैरंग लौटे पूर्ति निरीक्षक

मंगलवार को जांच करने पहुंचे पूर्ति निरीक्षक को कोटेदार ने चकमा देते हुए दुकान का निरीक्षण नहीं कराया मौके पर पहुंचे पूर्ति निरीक्षक को दुकान बंद मिला लेकिन कोटेदार उपस्थित रहे। इस दौरान कोटेदार ने लिखित बयान देते हुए बताया कि मेरे पास परसदा ग्राम सभा की दुकान भी सम्बद्ध चल रही है। जिसका खाद्यान्न परसदा में ही रखा जाता है। जिसका संचालन परसदा निवासी अनिल कुमार शुक्ला द्वारा किया जाता है। मेरे दुकान में ताला बन्द है, जांच के समय ताले की चाबी बेटे के पास है जो अयोध्या गया है। जिसके कारण दुकान के स्टाक की जांच नहीं करायी जा सकी है। दुकान बंद होने के कारण वितरण रजिस्टर तथा ई-पास मशीन की जांच भी पूर्ति निरीक्षक को मौके पर उपलब्ध नहीं कराया गया। यही नहीं विक्रेता द्वारा क्षेत्रीय व्यक्तियों से दबाव बनाकर जांच में व्यवधान भी पैदा किया गया। जिस कारण मंगलवार को जांच अधूरी छोड़कर मात्र 9 कार्ड धारकों के बयान दर्ज कर पूर्ति निरीक्षक को वापस जाना पड़ा।

फिर गठित हुई जांच टीम

जांच पूरी ना हो पाने के कारण से पूर्ति निरीक्षक ने मामले को उप जिलाधिकारी से अवगत कराया। तब उप जिलाधिकारी तरबगंज ने बुधवार को क्षेत्रीय पूर्ति निरीक्षक बेलसर, क्षेत्रीय खाद्यय अधिकारी, खाद्य क्षेत्र द्वितीय गोण्डा एवं नायब तहसीलदार बेलसर की संयुक्त टीम गठित करते हुए उपरोक्त जांच को पूर्ण किये जाने हेतु निर्देशित किया। उच्च अधिकारी के निर्देशन में पुलिस बल के साथ पहुंची जांच टीम ने जांच पड़ताल में पाया कि विक्रेता की दुकान में गेहू 05.52.500 कुंतल अधिक, 98.40 कुंतल चावल कम, 12:20 कि०ग्रा० चीनी की मात्रा कम पायी गयी तथा 35.950 kg मक्का उपलब्ध नहीं पाया गया।

शिकायतकर्ता के पति ने खोली पोल 

 शिकायतकर्ता के पति विकास शुक्ला द्वारा बताया गया कि पिछली रात राशन विक्रेता द्वारा कूटरचना करते हुए जांच में अपनी दुकान में स्टाक सही दिखाने के उद्देश्य से एक गाड़ी  से हाथ से बंधे खाद्यान्न के कई बोरे लाये गये हैं। पड़ताल करने पर उसने प्रकरण पर कुछ भी बताने अथवा बयान देने से मना कर दिया। 

मौके से भाग गया कोटेदार

जांच के समय भीड़ का लाभ उठाकर राशन विक्रेता मौके से भाग गया। दुकान के स्टाक की जांच राशन विक्रेता के पुत्र ने ताला खोलकर करायी। स्टाक में गेहू की मात्रा अधिक पाये जाने, चावल व चीनी का स्टाक कम पाये जाने तथा मक्का का स्टाक शून्य पाया गया।

पूर्ति निरीक्षक से बोले कार्ड धारक

  मंगलवार को जांच के समय कार्डधारक श्रीमती कुमारी पत्नी ने बयान दिया कि उनके कार्ड पर कोटेदार मात्र 30 किग्रा राशन देता है ,5 किग्रा राशन की कटौती की जाती है। मशीन में अंगूठा लगाने के बाद कई दिन बुलाता है तब राशन देता है। कार्ड पर 35kg राशन चढ़ाता है। कार्ड धारक श्रीमती शिव दुलारी, बिनीता, उर्मिला, गंगावती, सोना देवी, लाली द्वारा बयान दिया गया कि उनके 05 यूनिट के कार्ड पर 10 किया0 गेहू व 12 किया0 चावल प्रतिमाह के यहां से मिलता है। इसी तरह कार्डधारक श्रीमती रमकला ने कहा कि उनके कार्ड पर विक्रेता प्रति यूनिट 01kg कम राशन दिया जाता है। मशीन में अंगूठा लगवाकर बाद में राशन लेने हेतु बुलाते थे, इसलिए परेशान होकर 80 वर्षीय वृद्धा 3 किमी दूर दूसरे गांव जाकर पोर्टेबिलिटी के माध्यम से राशन लेने जाती हैं। शुक्रवार को संयुक्त टीम ने दर्जनों कार्ड धारकों का बयान दर्ज किया जिसमें यह पाया गया कि कोटेदार द्वारा कर धारकों को प्रति यूनिट 1 किलोग्राम राशन कम दिया जाता है। अंगूठा लगवाने के बाद बार-बार दौड़ी जाता है।

टीम के जांच में खुली पोल

गठित टीम के जांच में कोटेदार की पोल खुल गई स्पष्ट हो गया कि कोटेदार ने खाद्यान्न की कालाबाजारी कर ली है। कोटेदार ने अपने कृत्य को छुपाने के उद्देश्य से आनन-फानन में हाथ से सिली हुई बोरियाँ में खाद्यान्न भरकर स्टाक पूरा दिखाने की कूटरचना का प्रयास किया गया है।

पूर्ति निरीक्षक आशीष श्रीवास्तव की शिकायती पत्र पर तरबगंज पुलिस ने कोटेदार के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।


Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 




Below Post Ad

5/vgrid/खबरे