आनंद गुप्ता
पलिया खीरी:प्रसव के बाद चिकित्सक के लापरवाही से नवजात के मौत का आरोप लगाते हुए पीड़ित ने न्याय की गुहार लगाई है।
खीरी के निघासन थाना क्षेत्र रकेहटी गांव निवासी सुरेन्द्र पुत्र कैलाश ने पलिया पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि जो कि गुरुवार को वह अपनी पत्नी को डॉ० शिल्पी के यहां पर भर्ती कराया, उसके बाद लगभग 10:49 बजे रात्रि में डिलवरी हुयी और एक बच्ची का जन्म हुआ, डॉ० के अनुसार बच्ची नार्मल थी उसके बाद डॉक्टर की सलाह के अनुसार बच्ची को मशीन में रखवा दिया गया. पूरी रात बच्चा मशीन में रहा। सुबह 06:00 बजे बच्ची को माँ के सुपुर्द कर दिया गया और यह बताया गया कि बच्ची अब स्वस्थ है कोई समस्या नहीं है। यह पूरी प्रक्रिया डिलीवरी से लेकर डिस्चार्ज मात्र 12 घण्टे में किया गया, जबकि मेरे अनुसार बच्ची अस्वस्थ थी, उसके मुँह से पानी आ रहा था और शरीर अकड़ रहा था यह घटना लगभग आधा घण्टा बनी रही. उसके बाद डॉक्टर ने बोला कि बच्ची स्वस्थ हैं। और जच्चा-बच्चा को जबरन डिस्चार्ज कर दिया गया और लगभग 15000/- रूपये का मुझसे भुगतान करवा लिया गया। बच्ची के घर पहुँचते ही बच्ची का स्वास्थ्य खराब होने लगा तथा शरीर नीला पड़ने लगा। तब हमने जैसे-तैसे करके बच्ची को दोबारा डॉ० शिल्पी के अस्पताल लेकर, उसकी जांच कराने को बोला तो डॉ० शिल्पी ने बच्ची को हाथ लगाये। बगैर ही कह दिया कि डॉ० अवस्थी को दिखाईये, जब मैं डॉ० अवस्थी के यहां पहुंचा तब डॉ० अवस्थी ने हमको सरकारी अस्पताल भेज दिया, जब हम सरकारी अस्पताल पहुँचे तो वहां के डॉक्टर द्वारा बच्ची को मृत घोषित कर दिया। जबकि मेरे अनुसार बच्ची डॉ० शिल्पी के अस्पताल में ही दम तोड़ चुकी थी। जब हम लोगो ने उनसे मौजूदा समय का अल्ट्रासाउण्ड की रिपोर्ट मांगी तो उन्होने रिपोर्ट देने से इंकार कर दिया। मेरे जानकारी के अनुसार मेरी बच्ची की जान डॉ० शिल्पी की लापरवाही से गयी है।
पीड़ित ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की मांग की है।
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