वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़: गरीबों के उत्थान के लिए समर्पित,प्रखर राष्ट्रवादी, एकात्म मानववाद व अंत्योदय के प्रणेता एवं भारतीय जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर आज जिला अध्यक्ष आशीष कुमार श्रीवास्तव ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ स्टेशन रोड पर स्थित दीनदयाल को प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनको नमन किया।भारतीय जनता पार्टी द्वारा जिले के हर शक्ति केंद्र पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनको नमन किया एवं अपने विचार साझा किए।
वहीं पी बी कॉलेज सिटी में भाजपा प्रबुद्ध प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें जिला अध्यक्ष आशीष कुमार श्रीवास्तव ने दीनदयाल जी के जीवन पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितम्बर 1916 को मथुरा जिले के "नगला चन्द्रभान" ग्राम में हुआ था।
1937 में जब वह कानपुर से बी०ए० कर थे, अपने सहपाठी बालूजी महाशब्दे की प्रेरणा से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सम्पर्क में आये। संघ के संस्थापक डॉ० हेडगेवार का सान्निध्य कानपुर में ही मिला। उपाध्याय जी ने पढ़ाई पूरी होने के बाद संघ का दो वर्षों का प्रशिक्षण पूर्ण किया और संघ के जीवनव्रती प्रचारक हो गये। आजीवन संघ के प्रचारक रहे।संघ के माध्यम से ही उपाध्याय राजनीति में आये। 21 अक्टूबर 1951 को डॉ० श्यामाप्रसाद मुखर्जी की अध्यक्षता में 'भारतीय जनसंघ' की स्थापना हुई।
संस्कृतिनिष्ठा उपाध्याय के द्वारा निर्मित राजनैतिक जीवनदर्शन का पहला सूत्र है। उनके शब्दों में-“ भारत में रहने वाला और इसके प्रति ममत्व की भावना रखने वाला मानव समूह एक जन हैं। उनकी जीवन प्रणाली, कला, साहित्य, दर्शन सब भारतीय संस्कृति है। इसलिए भारतीय राष्ट्रवाद का आधार यह संस्कृति है। इस संस्कृति में निष्ठा रहे तभी भारत एकात्म रहेगा। ”कार्यक्रम के संयोजक प्रबुद्ध प्रकोष्ठ की जिला संयोजक अनूप सिंह जी रहे।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से राजेश सिंह महामंत्री, राघवेन्द्र शुक्ल, रविगुप्ता, आलोक गर्ग, कृष्णकांत, नितिन केशरवानी, पवन गौतम, रजत सक्सेना, देवराज, पंकज सिंह, उपस्थित रहे उक्त जानकारी जिला सह मीडिया प्रभारी देवेश त्रिपाठी ने दी।
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